आज ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी है। 1984 में आज के दिन सेना ने खालिस्तानी उपदेशक जनरैल सिंह भिंडरावाले और उसके समर्थकों को मार गिराया था। एक बार फिर उसी तरह की घटना इस बरसी पर हुई है। स्वर्ण मंदिर में इस ऑपरेशन की 39वीं बरसी पर नापाक हरकत सामने आई है। खबरों के मुताबिक स्वर्ण मंदिर में खालिस्तानी नारे लगाए गए और खालिस्तानी आतंकी जनरैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर दिखाए गए। सरकार इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।
आज ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी मनाई जा रही है। इस दौरान श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिख कौम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी कौम और धार्मिक संस्थाएं इस समय विभाजित है। इस समय सबसे जरुरी है कि श्री अकाल तख्त की अगुवाई में इन्हें एकजुट किया जाए। साथ ही उन्होनें यह भी कहा कि बिखरी हुई शक्ति को एक साथ करने और सिख संगठनों एवं अकाली दलों में मतभेद दूर करने के लिए सरकारों के खिलाफ संघर्ष शुरु किया जाएगा।
क्या है ऑपरेशन ब्लू स्टार
1984 में सेना ने खालिस्तानी उपदेशक जनरैल सिंह भिंडरावाले और उसके समर्थकों को मार गिराया था। तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी के आदेश पर हथियारों के साथ देश को दहलाने वाले इन लोगों पर सेना ने अमृतसर में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। दरअसल यह इस बड़े ऑपरेशन को रात के अंधेरे में अंजाम दिया गया था इसलिए इसे ऑपरेशन ब्लू स्टार कहा जाता है।