जयपुर। आज ओडिशा में हुए झारसुगुड़ा विधानसभा उपचुनाव के मतदान की गणना की गई। इस उपचुनाव में कांग्रेस की इतनी बुरी हार हुई कि उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा पाया। आपको बता दें कि राज्य में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल की उम्मीदवार दीपाली दास ने झारसुगुड़ा विधानसभा उपचुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। दीपाली दास ने भाजपा के निकटतम प्रतिद्वंद्वी टंकधर त्रिपाठी से 48,721 मतों के अंतर से उपचुनाव जीता है। चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणामों के अनुसार, बीजद को 1,07,198 मत मिले जबकि भाजपा को 58,477 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी तरुण पांडेय को सिर्फ4,496 मत मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई।
माफिया अतीक अहमद के वॉर्ड में नहीं चला योगी का दांव, BJP का हुआ ऐसा हाल
79.21 प्रतिशत ने किया मताधिकार का प्रयोग
10 मई को हुए उपचुनाव में कुल 2.21 लाख मतदाताओं में से 79.21 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इस साल 29 जनवरी को मौजूदा विधायक और तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास की हत्या के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था। 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजद ने 98,620 वोट हासिल किए थे जबकि भाजपा और कांग्रेस को क्रमश: 52,921 और 18,823 वोट मिले थे।
बेटी शोभा ने जड़ा कोटा जिले के मुकुट में एक और हीरा, ऐसे बनी एशियन पॉवर लिफ्टिंग में मास्टर
भाजपा और बीजद के वोट शेयर में वृद्धि
इस उपचुनाव में बीजद और भाजपा दोनों के वोट शेयर में क्रमश: लगभग 5 प्रतिशत और 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि कांग्रेस का वोट शेयर लगभग आठ प्रतिशत घट गया। अपने पिता स्वर्गीय नबा दास की तुलना में दीपाली को 8,578 वोट अधिक मिले और जीत का अंतर भी 3,022 वोटों से बढ़ गया। इस बीच, बीजद कार्यकर्ता और नेता यहां पार्टी कार्यालय शंखा भवन और झारसुगुड़ा में जीत का जश्न मना रहे हैं।