मोदी सरकार के खिलाफ संसद के मानसून सत्र में विपक्ष की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिससे विपक्षी एक बार फिर से घबरा गए है। पीएम मोदी के इस वीडियो में फिर से सत्ता में आने के संकेत थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर कहा था कि 2023 में भी ऐसा ही प्रस्ताव लाने की विपक्ष को फिर से तैयारी करनी चाहिए। अगर इस वीडियो को देखे तो उनकी भविष्यवाणी सही निकली और फिर से मोदी प्रधानमंत्री बनें।
पीएम का वायरल बयान
विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी के जवाब वाला 2018 का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। प्रधानमंत्री ने 2018 में विपक्ष का उपहास करते हुए कहा था कि ‘मैं आपको अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करें कि 2023 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने का आपको मौका मिले। इस अविश्वास प्रस्ताव से केंद्र सरकार ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान, बंगाल की घटना को लेकर विपक्ष भी घिर सकता है। एक तरह से देखा जाए तो विपक्ष की इस वीडियो के आने बाद सांसे फूलने लगी है। अगर फिर से 2018 की तरह बात सच हो गई तो…। ऐसे में विपक्षी कुछ सोच-समझकर अगला कदम उठा सकते हैं।
पीएम मोदी के इस बयान पर तब लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने तंज कसते हुए इसे अहंकार बताया था। इस पर पीएम ने जवाब देते हुए कहा था कि ये हमारा समर्पण भाव है। अहंकार का परिणाम तो यह है कि कांग्रेस 400 से 40 पर पहुंच गए हैं। हमारी सेवा भाव की नीति है, इसलिए हम 2 से यहां तक पहुंचे हैं।
मोदी सरकार के खिलाफ 9 साल में विपक्ष की ओर से लाया गया दूसरा अविश्वास प्रस्ताव है। इससे पहले 2014 से 2019 के कार्यकाल में मोदी सरकार के खिलाफ यह प्रस्ताव लाया गया था। 16वीं लोकसभा में 20 जुलाई 2018 को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। जिसमें एनडीए सरकार ने जीत हासिल की थी। उस दौरान 325 सासंदो ने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया और 126 सांसदों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था। इस तरह विपक्ष का पहला अविश्वास प्रस्ताव गिर गया था।