प्रधानमंत्री मोदी का सीएम गहलोत ने गर्मजोशी से स्वागत किया। जैसे ही गहलोत मंच पर भाषण देने पहुंचे जनता ने मोदी-मोदी के नारे लगाना शुरु कर दिया। लेकिन गहलोत ने स्थिति को नजरअंदाज करते हुए अपने भाषण को जारी रखा। गहलोत को ऐसी स्थिति का सामना पहले भी कई बार करना पड़ा है जब वे पीएम के साथ मंच साझा करने गए। पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने खुद जनता को शांत करने के लिए इशारा किया। अशोक गहलोत पीएम के नजदीक ही बैठे हुए थे। इस दौरान दोनों में बातचीत भी हुई।
PM MODI LIVE: लोकतंत्र में कोई दुश्मन नहीं होता, सारी विचारधाराओं का हो समावेश
4 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और 3 रेल परियोजनाओं का किया लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाथद्वारा में 5,500 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 4 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और 3 रेल परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इसके अलावा उदयपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। साथ ही उदयपुर में टू-लेन के लिए सड़क निर्माण परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी। यह प्रोजेक्ट राजस्थान की कनेक्टिविटी को ऊंचाई पर ले जाएगी। उदयपुर और सांवरियां के बीच 6 लेन होने से उदयपुर, डूंगरपूर और बांसवाड़ा क्षेत्र को फायदा होगा। बिलाड़ा और जोधपुर सेक्शन के निर्माण से जोधपुर और बॉर्डर एरिया तक काम सुलभ होगा। श्रीनाथजी से देवगढ मदारिया की रेलवे लाइन मेवाड़ से मारवाड़ को जोड़ेगी।
विकृत विचारधारा के लोग अच्छा होते नहीं देख सकते
पीएम मोदी ने भाषण में कहा कि राजस्थान देश में सबसे बड़ा भूभाग वाला प्रदेश है। राजस्थान भारत के शौर्य, भारत की धरोहर, भारत की संस्कृति का वाहक है। राजस्थान जितना विकसित होगा उतना ही भारत के विकास को भी गति मिलेगी। इसलिए हमारी सरकार राजस्थान में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर अधिक बल दे रही है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर शहरों में कनेक्टिवटी बढ़ाता है, समाज में सुविधाएं बढ़ाने के साथ समाज को जोड़ता है। भारत सरकार आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 10 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ मिनट के लिए ही सही अपने भाषण में कांग्रेस सरकार पर कमेंट भी कर दिए। उन्होनें कहा कि देश में कुछ लोग ऐसी विकृत विचारधारा के शिकार हो चुके है, इतनी नकारात्मकता से भरे हुए है जो कभी भी देश में अच्छा होते हुए देखना ही नहीं चाहते। उन्हे केवल विवाद खड़ा करना ही अच्छा लगता है। पीएम ने कहा कि कुछ लोग उपदेश देते है कि आटा पहले या डाटा पहले, सैटेलाइट पहले या सड़क पहले। लेकिन इतिहास गवाह है कि स्थायी विकास के लिए मूल व्यवस्थाओं के साथ ही आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरी है। जो लोग कदम-कदम पर हर चीज वोट के तराजू से तोलते हैं वो कभी देश के भविष्य को ध्यान में रखकर योजना नहीं बना पाते।