राहुल गांधी के हाथ से लोकसभा सदस्यता छिन जाने के बाद से ही कांग्रेस और गांधी परिवार दोनों में ही हलचल मची हुई है। यह सवाल लगातार उठ रहा है, कि वायनाड़ सीट से राहुल की जगह कौन चुनाव लड़ेगा। यही नहीं अमेठी से कौन मैदान में उतरेगा यह भी कांग्रेस के लिए कहना कठिन हो रहा है। इसी उथल पुथल भरी स्थिति को संभालने के लिए सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सामने आ रही हैं। जिसके लिए 24 मार्च को मीटिंग भी रखी गई।
मां या बहन कौन संभालगी मोर्चा
सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को जैसे ही शुक्रवार को खबर हुई की राहुल अब सांसद नहीं रहे हैं। उसी समय वे उनसे मिलने और स्थिति को संभालने में जुट गए। जहां जनता से जुड़ाव और वायनाड़ से प्रियंका गांधी को उपचुनाव में खड़ा करने पर भी चर्चा हुई। वहीं सोनिया गांधी के नाम पर भी चर्चा की जा रही है। जिससे इस मौके को जनता के बीच इमोशनल बनाकर वोट लिए जा सकें। इसके लिए अभी से ही सोनिया गांधी ने फिर से राजनीति में एक्टिव होने की तैयारी कर ली है।
कानूनी लड़ाई भी रहेगी जारी
कांग्रेस की लीगल टीम भी अपनी लड़ाई राहुल के लिए जारी रखने वाली है। हालांकि राहुल के केस में काफी पेचीदगियां है। फिर भी हाईकोर्ट की सजा और सूरत सेशन कोर्ट में लिए गए फैसले के खिलाफ अब अपील सुप्रीम कोर्ट में की जाएगी। राहुल को इस बैठक से और सदस्यता के मुद्दे से दूर ही रखा जा रहा है।