जयपुर। Pune Porsche Accident वाली अग्रवाल फेमिली को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट करने वाले वेदांत अग्रवाल की फेमिली का अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन है और वो डॉन छोटा राजन से मदद ले चुकी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पुणे में तेज रफ्तार लग्जरी कार से 2 सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को कुचलने के आरोपी 17 वर्षीय लड़के ने टक्कर मार दी थी। इससे पहले उसने एक पब में सिर्फ 90 मिनट में 48,000 रुपये खर्च कर डाले थे। एक्सीडेंट से पहले इस नाबालिग आरोपी ने 2 पब कोसी रेस्तरां और होटल ब्लैक क्लब का दौरा किया था।
शराब परोसने वाले पब सील
इस हादशे के बाद पुणे जिला कलेक्टरेट के आदेश पर महाराष्ट्र उत्पाद शुल्क विभाग ने इन दोनों पब को सील कर दिया जहां इस नाबालिग आरोपी को शराब परोसी गई थी। पुलिस के मुताबिक शनिवार और रविवार की रात आरोपी किशोर अपने दोस्तों के साथ रात 9.30 बजे से 1 बजे के बीच 2 पब में गया और शराब पी।
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वेदांत के पिता भी गिरफ्तार
हालांकि, अब इस मामले में पुणे पुलिस ने वेदांत अग्रवाल के पिता को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही जिस पब में नाबालिग ने शराब पी थी, उसके मालिक और मैनेजर को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, कोर्ट ने आरोपी किशोर को एक्सीडेंट की घटना पर निबंध लिखने समेत कुछ अन्य शर्तों के आधार पर जमानत दे दी है।
अग्रवाल परिवार का अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन
पुणे की इस अग्रवाल फेमिली को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है जिसके अनुसार आरोपी के दादा ने कुछ साल पहले अपने भाई से संपत्ति विवाद में डॉन छोटा राजन (Pune Agarwal Family Underworld Connection) की मदद ली थी। एक निर्माण पेशेवर के मुताबिक तत्कालीन पार्षद अजय भोसले को मारने की पेशकश भाई-बहनों के बीच विवाद को सुलझाने के लिए डॉन छोटा राजन को दी गई थी। यह चौंकाने वाला दावा निर्माण पेशेवर सुरेंद्र कुमार अग्रवाल की गिरफ्तारी पूर्व जमानत का विरोध करते हुए किया गया था जो आरोपी वेदांत अग्रवाल के दादा हैं। सीबीआई की तरफ से दायर अर्जी में दावा किया गया है कि सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने डॉन छोटा राजन को तत्कालीन पार्षद अजय भोसले की हत्या करने की पेशकश की थी।
अजय भोसले पर चली थी गोलियां
11 नवंबर 2009 को तत्कालीन नगरसेवक अजय भोसले सुबह 10:30 बजे चुनाव प्रचार के लिए जा रहे थे, तभी कोरेगांव पार्क में उनकी कार पर गोलियां चलाई गईं। इस घटना में उनका ड्राइवर शकील सैय्यद घायल हो गया था। यह मामला सीआईडी को सौंपा क्योंकि पुणे पुलिस इस मामले को नहीं सुलझा सकी थी। दिसंबर 2010 में सीआइडी ने इस घटना में 2 शूटरों के नाम का खुलासा किया। हालांकि, सीआईडी भी यह पता नहीं लगा सकी की इसके पीछे का मास्टरमाइंड कौन था। इस वजह से कोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।
पारिवारिक संपत्ति को लेकर विवाद
निर्माण व्यवसायी राम कुमार अग्रवाल और एसके अग्रवाल के बीच पारिवारिक संपत्ति को लेकर विवाद सामने आया था। इस मामले में छोटा राजन (Chota Rajan) ने अजय भोसले से दखल देने को कहा था। लेकिन, भोसले ने मध्यस्थता करने से मना कर दिया क्योंकि यह अग्रवाल फेमिली का पारिवारिक मामला था। राम कुमार अग्रवाल और अजय भोसले हमेशा साथ रहते हैं इस बात का हवाला देते हुए सीबीआई की ओर से की गई जांच में यह भी दावा किया गया है कि एसके अग्रवाल ने छोटा राजन को अजय भोसले को मारने का ऑफर दिया था।
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