मोदी सरनेम पड़ा गांधी पर भारी, पल में राहुल गांधी बनें सांसद से पूर्व सांसद
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता शुक्रवार को खत्म कर दी गई। लोकसभा सचिवालय से पत्र जारी कर यह जानकारी दी गई है। इस सजा के अनुसार अब वे 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। वे केरल वायनाड से लोकसभा के सदस्य थे। मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें 2 साल की सजा सुनाई थी। यह सजा उन्हें
कर्नाटक की सभा में 2019 में बयान दिया था, कि मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा था कि मोदी सरनेम को चोरों का सरनेम कहा था। इस मामले में उन्हें सूरत कोर्ट सजा सुनाई है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि यदि कोई जनप्रतिनिधि को 2 साल से ज्यादा की सजा मिलती है तो उसकी सदस्यता भी खत्म कर दी जाएगी। यही नहीं सजा के खिलाफ अदालत में अपील भी नियमों के अनुसार लागू नहीं होगी।
सचिवालय ने जारी किया था पत्र
सूरत कोर्ट के दिए गए फैसले के खिलाफ अपील के लिए 30 दिन का समय दिया गया था। राहुल गांधी के वकील की ओर से भी इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में जाने की बात कही गई थी। जो अपील फिलहाल नहीं की गई है। कोर्ट ने लिली थाॅमस बनाम भारत सरकार के केस में यह आदेश दिया था। इससे पहले कोर्ट का आखिरी फैसला आने तक इस आदेश के अनुसार विधायक या सांसद की सदस्यता खत्म नहीं होने का प्रावधान था।
क्यों हुआ राहुल का यह हाल
2019 में लोकसभा चुनाव से पहले एक रैली का आयोजन किया गया था। यह रैली कर्नाटक के कोलार में आयोजित की गई थी। यहां राहुल ने कहा था कि चोरों का सरनेम मोदी है। यही नहीं उन्होंने कहा था कि हर मोदी सरनेम वाला ही चोर क्यों होता है। फिर चाहे वो नीरव मोदी हो या ललित मोदी या फिर नरेंद्र मोदी। बस यही वो शब्द थे जो राहुल के लिए आत्मघाती साबित हुए हैं। यही नहीं राहुल पर अभी चार मानहानि के केस और भी चल रहे हैं। जिनपर अभी फैसले बाकी चल रहे हैं।
प्रदर्शन हुए तेज
राहुल की सदस्यता रद्द करने के फैसले से पहले ही कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने सड़को पर प्रौटेस्ट किया था। जहां लोकपंत्र खतरे में के पोस्टर भी लिए गए। वहीं सदस्यता रद्द करने का फैसला लिए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने तो लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल तक जाने की बात कही। दिल्ली में कांग्रेस के दफ्तर के बाहर भी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। जहां पुलिस से झड़प के बाद कुछ को हिरासत में भी लिया गया। कर्नाटक और जम्मू के साथ और जगह भी मामले को लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
देश देख रहा है
अशोक गहलोत ने भी राहुल की सदस्यता रद्द किए जाने कोे लेकर कहा कि जो भी हो रहा है देश देख रहा है। सरकार अपनी मनमानी कर रही है। यह सही नहीं है।
प्रियंका गांधी ने राहुल की सदस्यता खत्म करने को लेकर कहा है कि सत्ता राहुल की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि मेरा भाई न कभी डरा है और न कभी डरेगा।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस प्रवक्ता फरहान हक ने भी मामले पर बयान दिया है। उनके अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दी गई दो साल की सजा और इस पर लिए गए कोर्ट के फैसले से संयुक्त राष्ट्र अवगत है।