संसद में मानसून सत्र के दौरान मणिपुर मुद्दे को लेकर लगातार गतिरोध जारी है। 28 जुलाई को संसद के मानसून सत्र का 7वां दिन है। पिछले छह दिन से लगातार हो रहा हंगामा 7वें दिन भी चला। आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष मणिपुर मुद्दे को लेकर और पीएम मोदी के संसद में मौजूद नहीं होने के कारण नारेबाजी करने लगा।
27 मिनट चली राज्यसभा
राज्यसभा की कार्यवाही 27 मिनट तक चली। लेकिन फिर से सभापति जगदीप धनखड़ और टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन के बीच विवाद की स्थिति बन गई है। दोनों के बीच मणिपुर मामले में बहस हो गई। राज्यसभा में मणिपुर मामले को लेकर नारेबाजी और हंगामा हुआ। इसके कारण राज्यसभा को 31 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
राघव चड्ढा ने संसद में विधायी कामकाज पर लगाई रोक
आम आदमी पार्टी सांसद राघव चड्ढा ने शुक्रवार को संसद में कहा कि जब लोकसभा स्पीकर अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता है, उसके बाद कोई भी बिल पेश नहीं किया जाता और ना ही कोई विधेयक पारित होता है। इसके बावजूद संसद में लगातार बिल पेश किए जा रहे हैं और एक के बाद एक विधेयक पारित किए जा रहे हैं। राघव चड्ढा ने कहा कि मैं स्पीकर से अपील करता हूं कि अब लोकसभा में कोई विधायी कामकाज नहीं होना चाहिए।
स्पीकर ने विपक्ष को सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने को कहा
दोनों सदनों में विपक्ष पीएम मोदी के बयान देने की मांग पर अड़ा हुआ है। लोकसभा में स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि विपक्ष कार्यवाही में हिस्सा लें। आप सदन को चलने नहीं देना चाहते। इस पर विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि नियम 198 के तहत हमारे पास अविश्वास प्रस्ताव है। इस पर चर्चा होनी चाहिए। सरकार यह चाहती ही नहीं है कि कोई अध्यक्ष सवाल पूछे। वो मुद्दों से बचने के लिए बहाने बना रहे हैं। विरोध को नहीं थमता देख लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी।