सोमवार को संसद की कार्यवाही फिर से शुरु की गई। जैसे ही सत्र शुरु हुआ हंगामा भी शुरु हो गया। लेकिन इस बार वित्त विधेयक पास हो गया। संसद में 'मोदी अडानी भाई-भाई' के लगाते रहे और इसी बीच वित्त विधेयक को मंजरी दे दी गई। राज्यसभा ने सोमवार को वित्त विधेयक 2023 को बिना चर्चा के ध्वनिमत से लोकसभा को लौटा दिया। इस तरह बजट की प्रक्रिया पूरी हो गई।
इससे पहले निम्न सदन में विधेयक को 24 मार्च को ही पारित कर दिया गया था। सर्वप्रथम 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मल सीतारमण ने 2023-24 बजट पेश करने के बाद ही प्रारंभ कर दी थी। लोकसभा में पारित होने के बाद इसे राज्यसभा में पारित होने के लिए सदन की कार्यवाही की जा रही थी लेकिन राहुल गांधी के बयान और अडाणी मुद्दे के हंगामें के चलते सदन की कार्यवाही पूरी होने से पहले ही स्थगित करनी पड़ती थी।
आज सोमवार को दोपहर 2 बजे उच्च सदन की बैठक शुरु हुई। इस बैठक में सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि जो आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर नहीं रखे जा सके थे, उन्हें रखा गया मान लिया जाए। इसके बाद विधेयक को ध्वनिमत से लोकसभा को वापस लौटा दिया गया।
बता दें कि वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने 2023-24 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के सामान्य बजट, अनुदान की अनुपूरक मांगें और उससे संबंधित विनियोग विधेयक सदन में पेश किया था। इन तीनों बिंदुओं को ध्यान में रखकर ही विधेयक पारित किया गया।