Ramadan Day 16 Dua: मुसलमानों का मुबारक महीना रमजान का दूसरा अशरा चल रहा है। आज 27 मार्च 2024 को सोलहवां रोजा रखा जा चुका है। हर रमजान के लिए एक खास दुआ नबी ए करीम ने बताई है जिसे उस दिन खुसूसी तौर पर पढ़नी चाहिए। सोलहवें रमजान को एक खास दुआ (Ramadan Day 16 Dua) पढ़नी चाहिए जिससे रब्बे कायनात आपको नेक लोगों के साथ रहने की तौफीक़ अता फरमाएगा। इसके साथ ही जो मुश्किलें आपके मुकद्दर में लिखी हुई हैं उन पर भी अल्लाह तआला हिम्मत के साथ सब्र करने की तौफीक अता फरमाएंगे। रमजान का दूसरा अशरा चल रहा है। मगफिरत का ये अशरा 31 मार्च को खत्म होगा। फिर तीसरे अशरे में शबे कद्र का दौर शुरु होगा। अलविदा जुम्मा 5 अप्रैल को होगा।
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सोलहवें रमजान की दुआ (Ramadan Day 16 Dua)
Allahumma waffiqny fihi limwafaqati alabrari wa jannibny fihi murafaqata alashrari
wa auiny fihi birahmatika ila dari alqarari biilhiyytika ya ilaha al`alamina
ऐ अल्लाह आज के दिन मुझे नेक लोगों के साथ रहने की तौफीक़ अता फरमा, इसमें मुझे बुरों की सोहबत से बचा, और इसमें मुझे अपनी रहमत से दार-उल-करार में जगह अता फरमा, अपनी माबूदियत के सदक़े में ऐ आलमीन के माबूद
O Allah: on this day, (please) lead me so that I will correspond with the upright ones; And keep me away on this day from the company of the evils;
And lodge me on this day, on account of Your mercy, to the Abode of Perpetual Settlement; Out of Your godhead; O the God of the worlds.
Aye Allah Aaj Ke Din Mujhe Neik Logon Ke Sath Rehne Ki Taufeeq Ata Farma, Isme Mujhe Buron Ki Sohbat Se Bacha, Aur Isme Mujhe Apni Rehmath Se Dar-ul-Qaraar Me Jagah Ata Farma, Apni Mabodiyat Ke Sadqe Aye Alameen Ke Mabood.
اَللّـهُمَّ وَفِّقْني فيهِ لِمُوافَقَةِ الأبرار، وَجَنِّبْني فيهِ مُرافَقَةَ الأشرار، وَآوِني فيهِ بِرَحْمَتِكَ اِلى دارِ الْقَـرارِ، بإلهيّتك يا اِلـهَ الْعالَمينَ
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सोलहवें रमजान को क्या है खास?
सोलहवें रमजान 27 मार्च 2024 को रमजान के दूसरे अशरे का छठा दिन है। 11 रमजान से मगफिरत का दूसरा अशरा शुरु हो चुका है। कहा जाता है कि 11 रमजान से लेकर बीस रमजान की शाम तक सभी मुसलमानों की मगफिरत की जाती है। सच्चे दिल से अगर कोई बंदा रमजान के दूसरे अशरे में तौबा इस्तगफार कर ले तो उसकी मगफिरत कुबूल होती है। मतलब गुनाहों से माफी मिलने का यही सबसे बेहतरीन वक्त है। 27 मार्च 2024 को सोलहवें रमजान के दिन ये दुआ पढ़ने से आपको नेक लोगों की संगत नसीब होगी।
सेहरी का टाइम अलग क्यों हैं?
चूंकि हर सिटी की जियोग्राफिक लोकेशन अलग अलग होती हैं, अत रमजान में सेहरी और इफ्तारी करने का समय भी हर शहर का अलग होता है। जिला लेवल पर एक ही रमजान कैलेंडर चलता है। जैसे जयपुर में सेहरी का अलग टाइम होता है और दिल्ली और भोपाल में अलग समय होता है। यही वजह है कि अरब देशों में आज पहला रोजा एडवांस में रखा जा चुका है। वहां ईद भी भारत से एक दिन पहले ही मना ली जाती है। ईद का चांद भारत में 10 अप्रैल 2024 को नजर आ सकता है।