लंबे समय के इंतजार के बाद अगले वर्ष 22 जनवरी को अयोध्या में बनने वाले भव्य राममंदिर में भगवान राम विराजमान होंगे। इस महान पर्व का साक्षी बनने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने देश और दुनिया भर के लोगों को आमंत्रण भेजा गया है। इसके लिए बाकायदा एक आमंत्रण पत्र भी तैयार करवाया गया है।
अब तक 7000 लोगों को भेजा जा चुका है आमंत्रण
इस पूरे कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी को यजमान बनाया गया है। साथ ही कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 3000 वीवीआईपी सहित 7000 लोगों को आमंत्रण भेजा गया है। इनमें देश के अंबानी, अडानी और रतन टाटा सहित लगभग सभी बड़े उद्योगपति, योग गुरु बाबा राम रामदेव और रामानंद सागर की रामायण में राम और सीता बने अरुण गोविल तथा दीपिका चिखलिया भी शामिल हैं।
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रामलला की प्रतिमा स्थापना के पहले होंगे ये कार्यक्रम
अयोध्या में हो रहे इस विशाल कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार कई प्रोजेक्ट्स चला रही हैं। उनके तहत अयोध्या और आसपास के क्षेत्र का विकास किया जा रहा है। इनके साथ ही योगी सरकार राज्य के सभी प्रतिष्ठित मंदिरों में 14 जनवरी (मकर संक्रान्ति) से 22 जनवरी तक अखंड रामायण पाठ, रामचरित मानस का अखंड पाठ तथा हनुमानचालिसा का पाठ किया जाएगा। इसके लिए सरकार की ओर से बजट की भी व्यवस्था की गई है।
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इस तरह का है आमंत्रण पत्र
सभी गणमान्य लोगों को आमंत्रण भेजने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने आमंत्रण पत्र भी छपवाया है। इसमें सबसे ऊपर ट्र्स्ट का लोगो है जिसमें भगवान राम धनुष हाथ में लिए दिखाई दे रहे है। बीच में ट्रस्ट का नाम और पता दिया गया है। इसके नीचे महंत नृत्यगोपाल दास (अध्यक्ष), स्वामी गोविंददेव गिरी (कोषाध्यक्ष) और चम्पत राय (महासचिव) का नाम दिया गया है।
आमंत्रण पत्र में सबसे नीचे निवेदक लिख कर चम्पत राय के हस्ताक्षर किए गए हैं। उसके नीचे ट्रस्ट से संपर्क करने के लिए मोबाइल नंबर तथा ईमेल आईडी दिए गए हैं। आमंत्रण पत्र की भाषा इस प्रकार है
"प्रभु कृपा से भगवद् आराधना भली प्रकार से चल रही होगी, सभी आश्रमवासी भी प्रसन्न होंगे।
आपको विदित ही है कि लम्बे संघर्ष के पश्चात् श्रीराम जन्मभूमि पर मन्दिर निर्माण कार्य प्रगति पर हैं।
पौष, शुक्ल द्वादशी, विक्रम संवत 2080, सोमवार, 22 जनवरी 2024, गर्भगृह में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा कि जायेगी। हमारी प्रबल इच्छा है कि आप इस पुनीत अवसर पर अयोध्या में उपस्थित रहकर प्राण-प्रतिष्ठा के साक्षी बनें और महान ऐतिहासिक दिन की गरिमा को बढ़ायें।
आपके श्री चरणों में निवेदन हैं कि आप 21 जनवरी के पूर्व अयोध्या पधारने की योजना बनायें, जितना शीघ्र अयोध्या आयेंगे, उतनी ही आपको सुविधा होगी, विलम्ब से आने पर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 23 जनवरी, 2024 के पश्चात् ही वापस जाने की योजना बनायें।
आपके श्री चरणों में पुनः निवेदन है कि उक्त अवसर पर अयोध्या धाम में उपस्थित रहने की कृपा करें।
श्रीचरणों में सादर प्रणाम"