Ramzan me Humbistari: रमजान का चांद भारत में आज 11 मार्च 2024 को नजर आने वाला है। अरब में कल चांद दिख चुका है। रमजान के दिनों में रोजेदारों को कई बातों को खास ख्याल रखना चाहिए, जिससे की रोजा टूटे नहीं और न ही मकरूह हो। रोजे की हालत में कई ऐसे काम होते हैं जो करने की मनाही है। जैसे बीवी के साथ हमबिस्तरी को लेकर रमजान में कड़े नियम हैं। चूंकि रमजान में रोजे की हालत में सारे गलत काम मना है। ऐसे में Ramzan me Humbistari को लेकर क्या नियम हैं ये कोई भी नहीं जानता है। हम आपको Ramzan me Humbistari को लेकर कुछ अहम तथ्य बताने वाले हैं। ताकि रमजान का महीना पाकीजा बना रहे और आपकी इबादत अल्लाह के यहां कुबूल हो सकें।
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रमजान में बीवी के साथ सोना कैसा है?
(Ramzan me Humbistari)
इस्लाम हमबिस्तरी के लिए मना नहीं करता है। लेकिन उसके कुछ उसूल आदाब है। जैसे रमजान के महीने में बीवी के साथ सोहबत के लिए कुछ कड़े नियम बनाए गए हैं। रोजे की हालत में मोमिन अपनी पत्नी के साथ संबंध नहीं बना सकता है। अन्यथा रोजा तो टूटेगा ही भारी गुनाह भी हो जाता है। इसलिए मुस्लिम बंधु रोजे के दौरान बीवी के साथ रोमांटिक होने की बिल्कुल भी कोशिश न करें। हां, रोजे के दौरान आप बीवी के माथे को चूम सकते हैं, यानी पत्नी की पेशानी का बोसा ले सकते हैं। इससे रोजा नहीं टूटता है।
रमजान में बीवी के साथ हमबिस्तरी कब कर सकते हैं?
रोजा खोलने से लेकर सेहरी से पहले तक आप बीवी के साथ संबंध बना सकते हैं। लेकिन संभोग के तुरंत बाद आपको गुस्ल करना होगा, यानी स्नान करके पवित्र होना पड़ेगा। मियां बीवी दोनों का संबंध बनाने के बाद गुस्ल के तरीके से नहाना अनिवार्य है। वरना रोजा कुबूल नहीं होगा। साथ ही रोजे की हालत में ऐसी कोई गलत हरकत आप नहीं करेंगे जिससे आप नापाक हो जाएं।
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रोजे की हालत में संबंध बनाने की सजा क्या है?
बीवी से रोजे की हालत में शारीरिक संबंध बनाने से रोजा टूट जाता है। साथ ही Ramzan me Humbistari को बड़ा गुनाह माना गया है। इस गुनाह का कफ्फारा यानी प्रायश्चित ये है कि आप 60 रोजे लगातार रखे और 60 दिन तक गरीबों को खाना खिलाए। तब जाकर Ramzan me Humbistari के गुनाह की माफी मिलेगी। तो इससे अच्छा है हुजूर के बताये अनुसार दिन में सब्र करें और रात में इबादत करें। एक महीना बीवी को भी कह दें कि ये वक्त अल्लाह के लिए हैं।