Ramzan me Lipstick : रमजान का पाकीजा महीना जारी है। दूसरे अशरे में मुसलमान मगफिरत की दुआएं कर रहे हैं। मॉर्निंग न्यूज इंडिया की रमजान सीरीज में हम आपको हिंदी में सरल भाषा में इस्लामी मसअले मसाइल बता रहे हैं जिन टॉपिक्स पर मुसलमान बात करने से कतराते हैं हमारे काबिल कंटेंट राइटर इरफ़ान साहब उन सभी मौजूओं पर रिसर्च करके आपके लिए एक से बढ़कर एक हिंदी में इस्लामिक जानकारी ला रहे हैं। आज हम आपको महिलाओं के हवाले से एक जानकारी दे रहे हैं। आम तौर पर मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों को मेकअप करने का बहुत शौक होता है। लेकिन क्या रमजान में लिपस्टिक (Ramzan me Lipstick) लगाने से रोजा टूट जाता है। इसी मुद्दे पर हमने उलमा की राय जानी है और आप खवातीनों हजरात के लिए रोचक जानकारी लेकर हाजिर हुए हैं। दुआओं में इसी तरह शामिल रखें।
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क्या लिपस्टिक लगाने से रोज़ा टूट जाता है? (Ramzan me Lipstick)
उलमा बताते है कि चूंकि लिपस्टिक लगाने से होंठ पर केमिकल जम जाता है। ऐसे में अगर ये पेट तक नहीं पहुंचे तो रोजा नहीं टूटता है। लेकिन अगर किसी मोहरतमा की आदत बार बार लबों पर जुबान फेरने की हो तो उसका रोजा मकरूह हो सकता है। क्योंकि वहां से बार बार लिपस्टिक की थोड़ी मात्रा आपकी जबान के जरिये पेट तक पहुंच सकती है। लेकिन जिनको ये आदत नहीं है तो वो लेडीज रोजे में बिना हिचकिचाहट के लिपस्टिक लगा सकती है। लेकिन रमजान में सजने संवरने के बजाए इबादत पर फोकस करें।
रमजान में मेकअप करें या नहीं?
मुस्लिम महिलाओं के लिए रमजान में ब्यूटी उत्पादों से बचना बेहतर है, क्योंकि इनके उपयोग से दूसरे लोग इन महिलाओं की तरफ आकर्षित हो सकते हैं। इस वजह से उनमें यौन इच्छा पैदा हो सकती है। बस इसलिए रमजान में ऐसी चीजों से बचा जाए तो मर्द को औरत की तरफ आकर्षित करती हैं।
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इस्लाम में सजना संवरना कैसा है?
इस्लाम में सजना संवरना मना नहीं है। अल्लाह का हुक्म है कि औरत को अपने पति के लिए सजना संवरना चाहिए ताकि उसे दीदार करते ही खुशी हासिल हो। नबी ए करीम ने फरमाया है कि मर्द के लिए उसकी बीवी जेबो जीनत इख्तियार करें ताकि वह इधर उधर न भटकें। इस्लाम में मेकअप मना नहीं है, बस रमजान में थोड़ा इस चीज को कम कर दे। क्योंकि इंसानी ख्वाहिश को इस मुकद्दस महीने में दबाकर तकवा हासिल किया जाता है।