Ramzan me Musht Zani: रमजान का मुकद्दस महीना चल रहा है। मुस्लिम बंधु रोजे तिलावत और तरावीह में सवाब कमा रहे हैं। लेकिन कई मुस्लिम ऐसे भी होते हैं जो रोजे की हालत में गुनाह कर बैठते हैं। अज्ञानता के कारण उनको ये पता भी नहीं होता है कि रमजान में कौनसे काम करने नहीं होते हैं। हम आपको रमजान में हस्तमैथुन के बारे में कुछ अहम मालूमात बता रहे हैं। ताकि युवा मुस्लिमों को सही जानकारी हदीस से साबित जानकारी अपनी भाषा में मिल सके। Ramzan me Musht Zani पर कई उलेमाओं की राय है कि ये काम बिल्कुल गलत है। गैर रमजान में जब मुश्त जनी को गंदा काम करार दिया गया है तो फिर रमजान के पाकीजा महीने में तो इससे बचना ही चाहिए। वैसे भी मास्टरबैशन करना इस्लाम में हराम करार दिया गया है। हालांकि कई मुस्लिम विद्वान इसे लेकर बहस करते रहते हैं। फिर भी हमारी आपको यही राय है कि रोजे की हालत में कोई ऐसा काम न करें जिससे इलाही का गुस्सा आपको झेलना पडे़ं।
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इस्लाम में हस्तमैथुन (Ramzan me Musht Zani) पर साफ राय है कि ये एक गंदा अमल है। इससे मर्दाना ताकत तो कम होती है ही साथ ही कई और तरह की बीमारियां भी पैदा होती हैं। इसी लिए इस्लाम में जल्दी निकाह का प्रावधान रखा गया है। ताकि इंसान अपनी जिस्मानी ख्वाहिश के चलते अप्राकृतिक तरीका न अपना ले। रमजान में भी इसका खास ख्याल रखें। एहतलाम यानी स्वप्नदोष को भी इस्लाम में जायज नहीं ठहराया गया है।
अगर रोजे की हालत में हस्तमैथुन (Ramzan me Musht Zani) कर लिया है तो आपका रोजा टूट जाएगा। हदीस से साबित है कि हस्तमैथुन या मास्टबेशन करने से रोजा टूट जाता है। ऐसे में आपको फौरन पाकी हासिल करने के लिए स्नान यानी गुस्ल करना होगा। और रोजे का कफ्फारा अदा करना होगा। वरना आप पर अल्लाह की लानत बरस सकती है। क्योंकि इसे ज़िना यानी बलात्कार की तरह ही घिनौना काम माना गया है।
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इस्लामी मान्यता के अनुसार मास्टरबेट (Ramzan me Musht Zani) करना सरासर गलत अमल है। ऐसे बंदे के हाथ में कयामत के दिन कई हाथ उग जाएंगे। जो उससे अपने पैदा न होने देने के कारण झगड़ा करेंगे। यानी जो शुक्राणु आपने हस्तमैथुन करके बर्बाद किये हैं, वो सब मौत के बाद आपकी गर्दन का फंदा बन सकते हैं। इसलिए इस गंदी आदत को आज ही अलविदा कह दें। युवा मुस्लिमों से अपील है कि रमजान में मोबाइल का कम इस्तेमाल और नज़रों की हिफाजत आपको ऐसे गंदे कामों से रोक सकती है।
हस्तुमैथुन की वजह से अगर आपका रोजा (Ramzan me Musht Zani) टूटता है तो आपको ईद के बाद अगले 60 दिनों तक गरीबों को खाना खिलाना होगा। साथ ही उतने रोजे वापस रखने होंगे जितने टूट गए हैं। इसके अलावा आपको तौबा अस्तगफार भी करना होगा, क्योंकि मुश्त जनी को इस्लाम में बड़ा गुनाह माना गया है। चूंकि रमजान में सत्तर गुना सवाब है तो अजाब भी उतना ही ज्यादा होता है। अल्लाह हम सबको ऐसे गुनाहों से बचने और रमाजनुल मुबारक की सही तरह से कदरदानी करने की तौफीक नसीब अता फरमाएं। आमीन
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