22 जनवरी को श्रीराम मंदिर का भव्य समारोह होने जा रहा है और इसको लेकर जबरदस्त तैयारियां चल रही है। Ram Mandir के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं और देशभर के राम भक्तों को उस पल का इंतजार है जब राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी और भगवान राम के दर्शन हो सकेंगे। 18 जनवरी को गर्भगृह में प्रतिमा को स्थापित किया जा चुका है और मंदिर के गर्भगृह में विराजमान Ramlala की पहली तस्वीर सामने आने के बाद सभी लोगों को उत्साह ज्यादा बढ़ गया है। इस प्रतिमा के साथ गर्भगृह की डिजाइन भी बहुत ही अच्छी लग रही है। प्रतिमा किसने बनाई इसके बारे में सभी लोग जानते है लेकिन सिंहासन किसने और कैसे बनाया इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को हैं।
यह भी पढ़ें : Jaipur से Ayodhya के लिए Bus, टिकट किराया और दूरी, जानिए सबकुछ
राजस्थान के मोहम्मद रमजान की कलाकारी
Ramlala की मूर्ति गर्भगृह में बने जिस सिंहासन पर विराजित की गई है उसको मोहम्मद रमजान ने बनाया है। मंदिर के गर्भगृह की हर चीज को बहुत ही भव्य बनाया है। इस काम में लगे लोगों को भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण मिला है। Ram Mandir ट्रस्ट के चंपत राय और मंदिर निर्माण से जुड़ी कमेटी के सदस्यों के साथ मोहम्मद रमजान का नाम भी इस लिस्ट में है।
25 साल पहले मिल थी जिम्मेदारी
लगभग 25 साल पहले विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े लोगों के साथ अशोक सिंघल व चंपत राय समेत ट्रस्ट मंडल के लोग रमजान के परिवार से मिले थे। इसके बाद उन्होंने सर्व सहमति से ये तय किया कि रमजान ही Ramlala का काम काज करेगा।
यह भी पढ़े: घरों में रौशनी करके राम मंदिर की खुशी मनायेंगे मुस्लिम भाई
डिजाइन या नक्शा लीक न करने की पांबदी
रमजान को काम मिला तो उसी के साथ ही यह चेतावनी दी की इस पूरे काम में गोपनीय रखना है। हमने रामलला के मंदिर निर्माण से जुड़ी कोई भी डिजाइन या नक्शा लीक नहीं होने दिया। इस काम में लगे कारीगरों को भी इस प्रकार काम बांटे गए कि वह समझ नहीं पाए की यह कैसे काम हो रहा है।
ट्रस्ट की अनुमति के बाद बताई सच्चाई
Ramlala की मूर्ति गर्भगृह में बने जिस सिंहासन पर विराजित की गई है उसके बाद ट्रस्ट की अनुमति से इसके बारे में बताया गया है। सिंहासन, गर्भगृह की भव्यता और मंदिर की कारीगरी को देखकर हर कोई हैरान है।
यह भी पढ़े:राम कल भी थे, आज भी हैं, कल भी रहेंगे-प्रभु तो अजर अमर हैं
मकराना के संगमरमर की दुनिया दिवानी
राम मंदिर में लगे मकराना के संगमरमर की दुनिया में बहुत ज्यादा डिमांड है। ये सबसे सुन्दर होने के साथ 0 प्रतिशत आयरन और 90 प्रतिशत केल्सियम है। समय गुजरने के साथ इसमें चमक बढ़ेगी। ऐसी क्वालिटी का संगमरमर बहुत ही मुश्किल से मिला है और कई सालों से इसकी तलाश की जा रही थी।