दादी नानी के जमाने में घरों में emergency के लिए कुछ कैश संभाल कर रखा जाता था। अब घरों में रहने वाले इस कैश पर भी सरकार की पैनी नजर रहेगी। जी हां RBI की ओर से लागू नए कानून के अनुसार अब घरों में रखे जाने वाले कैश के लिए भी लिमिट जारी कर दी है। वैसे भी डिजिटलाइजेशन के दौर के कारण लोगों में कैश रखने की धारणा को कम कर दिया है। जो इस नियम के बाद और भी तेजी से बदलने वाला है।
Liquid Cash से होती थी टैक्स चोरी
कुछ समय पहले तक भी लोगों के घरों में कैश को रखना बहुत आम हुआ करता था। जिससे लोग अपने घरों में पैसे को छुपाकर रखा करते थे। जिससे किसी भी जरूरत के समय बाहर मांगने की जरूरत न पड़े। ऐसे में बैंकों तक कैश न पहुंचने से सरकार को टैक्स का भारी नुकसान होता था। वहीं कई बार यह कैश रखने वालों के लिए भी चोरी हो जाने के कारण बड़ा खतरा बनता था।
घरों में कैश रखने की लिमिट
घरों में पैसे रखने से पहले शायद ही किसी को पता हो कि वो खुद के घर में कितना पैसा रख सकता है और कितना नहीं। जो अब आरबीआई के नए आदेशों के अनुसार सभी को पता होना जरूरी है। इनकम टैक्स के अनुसार आप पैसा तो घर में रख सकते हैं। लेकिन इस पैसे के बारे में जांच एजेंसी की ओर से मांगे जाने पर आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए।
सोर्स का हो पता
जिसमें आपकी आमदनी कितनी है और आपके पास रखे पैसे किस सोर्स से आपके पास आए हैं। यदि आपका आईटीआर कम है और आपके पास कैश ज्यादा है तो आपके पास इसके बारे में पूरी कागजी जानकारी होनी चाहिए। आपके पास नकद रुपयों की सीमा आईटीआर ही तय करेगी।