मानसून के साथ-साथ बिहार में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी आवास पर जदयू के तमाम विधायकों से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। नीतीश कुमार के विरोधियों ने अटकलें लगाना शुरु कर दिया है। उनका दावा है कि अब आरजेडी और जदयू में मर्जर होना तय है। जल्द ही इसकी घोषणा हो सकती है।
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद जेडीयू नेताओं के साथ बैठक की है। इस बैठक के बाद आरएलजेडी प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने दावा किया है कि जदयू का आरजेडी में विलय तय है। साथ ही उन्होनें यह भी कहा कि इसकी बस औपचारिकता ही बाकी है। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष इसके सूत्रधार बनेंगे जो आजकल आरजेडी के लिए काम कर रहे है। उपेंद्र कुशवाहा के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी इस बात का दावा किया है। सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार बीजेपी से डरे हुए हैं। उन्हें अब अपने विधायकों और सांसदों पर ही भरोसा नहीं रहा है। इसलिए अपने ही विधायकों से अकेले में मिलने लगे है।
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विरोधियों के इस तरह के दावे पर जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजय चौधरी ने पलटवार किया है। उन्होनें कहा कि पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की बैठक से बीजेपी बौखला गई है। इसलिए ऐसे आरोप लगा रही है। विजय चौधरी ने कहा कि अगर सीएम अपने विधायकों के साथ जदयू के विधायकों से मिलते है तो इसमें दूसरी बात कहां से आ गई। बीजेपी सिर्फ भ्रम फैला रही है।