Roze mein Jhoot Bolna: इस्लाम की बुनियाद जिन पांच चीजों पर टिकी है उसमें से रोजा नमाज के बाद सबसे अहम माना जाता है। बंदा पूरे तीस दिन भूख प्यास बर्दाश्त करके रब को राज़ी करता है। अरब देशों में चांद दिख चुका है, भारत में 11 मार्च 2024 की शाम को रमजान का चांद नजर आ जाएगा। रोजे की हालत में इंसान को नजर और जुबान का रोजा भी रखना चाहिए। अगर कोई इंसान रोजा रखकर गलत काम करता है तो वह खुद को धोखा दे रहा है। नबी ए करीम ने Roze mein Jhoot Bolna की काफी सख्त सजा बताई है। हम आपको बताएंगे कि झूठ बोलने के अलावा और कौनसे गुनाह हैं जिनसे रोजेदार को बचना चाहिए।
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रोजे में झूठ से बचना चाहिए
(Roze mein Jhoot Bolna)
इस्लाम में वैसे ही झूठ बोलना बहुत बड़ा गुनाह माना जाता है। और रमजान के महीने में तो झूठ पर सख्त पाबंदी लगाई गई है। कोई शख्स अगर रोजे की हालत में झूठ बोल रहा है तो उसके लिए सख्त सजा बताई गई है। नबी ए करीम ने कहा कि रोजे की हालत में झूठ नहीं बोलना चाहिए और न ही किसी से धोखाधड़ी नहीं करनी चाहिए। आखिरी रसूल प्यारे आका हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया है कि “जिस शख्स ने झूठ बोलना और झूठ पर अमल करना न छोड़ा तो अल्लाह को कोई जरूरत नहीं है कि ऐसा शख्स अपना खाना पीना छोड़े।”
झूठ बोलने की सजा क्या है?
रमजान के महीने में नेकियों का बदला 70 गुना मिलता है, वैसे ही गुनाहों की सजा भी 70 गुना ही मिलती है। रोजे की हालत में जान बूझकर झूठ बोलना या किसी की चुगली गीबत करना बहुत बड़ा गुनाह माना गया है। ऐसे बंदे को मौत के बाद कब्र में भयानक सजा मिलती है, उसकी जुबान पर आग जलाई जाती हैं। फरिश्ते कहते है कि तूने सिर्फ लोगों को दिखाने के लिए रोजा रखा था। अल्लाह हम सबको झूठ बोलने से बचने की तौफीक नसीब अता फरमाएँ।
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झगड़े से बचना चाहिए
रोजे की हालत में किसी भी तरह का झगड़ा नहीं करना चाहिए। अगर कोई शख्स लड़ने झगड़ने या गाली गलौज करने लगे तो रोजेदार को चाहिए कि उसको नजरअंदाज कर दें। अगर सामने वाला फिर भी लड़ने पर आमादा हो तो वहां से दूर चले जाए। यानी कैसे भी करके रोजे की हालत में आपको किसी से झगड़ा नहीं करना है। एक रोजदार अपने अमल से दूसरे शख्स को ये एहसास दिला दे कि रोजे का मतलब सब्र होता है।
ईद (Eid 2024) कब है?
भारत में अगर पहला रमजान 12 मार्च 2024 को होता है तो इसके अनुसार 9 अप्रैल को ईद का चांद नजर आ सकता है। वरना 10 अप्रैल को ईद का चांद दिखाई देगा। तीस रोजों के बाद मुस्लिम बंधु ईद मनाते हैं। आप सबको Morning News India Jaipur की पूरी टीम की तरफ से रमजान की दिली मुबारकबाद।