Sarkar pe Kavita : सुना है हम ही नई सरकार बनात हैं, चोर को हराके डाकू को जिताते हैं… देश में इस समय चुनावी माहौल चरम पर है। लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को सुबह 8 बजे से आने शुरू हो जाएंगे। मतलब 4 जून 2024 का दिन भारत की सियासत के लिए काफी अहम है। नई सरकार किसकी बनेगी ये पता चलेगा, जो बाद में ईश्वर के नाम पर शपथ भी लेगी। लेकिन शपथ से पहले हमारे पत्रकार रॉकशायर (Sarkar pe Kavita by Rockshayar) ने जनता के कुछ सवालों को कविता के रूप में बुना है। इस पोस्ट में आपको नई सरकार से पूछने के लिए कई सवाल शायराना अंदाज़ में मिलेंगे, जिन्हें आप नई चुनी गई सरकार से पूछने में बिल्कुल भी झिझक न करें। ये आपका लोकतांत्रिक अधिकार है। हमारे शायर ने नई सरकार पे कविता (Sarkar pe Kavita by Rockshayar) लिखी है जिसे आप सब जरूर शेयर करें। इस पोएम को हर भारवासी Facebook और Whatsapp पर अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। साथ ही अपने नव निर्वाचित सांसद विधायक महोदय को भी ये कविता तुंरत प्रभाव से भेजे।
यह भी पढ़ें : चुनाव पर जबरदस्त शायरी कविता, नेताजी को जरूर शेयर करें
चुनी गई नई सरकार पे कविता (Sarkar pe Kavita by Rockshayar)
लो चुन लिया हमने तुम्हें अब आगे क्या
गरज़ते हुए जो वादे किये थे उन्हें निभाओगे क्या
लो हमने तुम्हें ये हक़ दिया, के कहलाओ तुम सरकार मियाँ
सब जय जयकार करे तुम्हारी, तुमने आखिर ऐसा क्या किया।
बताओ के अब तो तुम्हें सच बताना ही होगा
अपना असल चेहरा जनता को दिखाना ही होगा
अब नहीं बच सकते तुम सवालों के घेरों से
पाप कैसे छुपाओगे तुम अपने यार कुबेरो के
अब नहीं छुप सकते तुम मन के अँधेरों में
कर्ज़ कैसे चुकाओगे तुम अपने यार लुटेरो के।
यह भी पढ़ें : चुनाव पर सच्ची लेकिन कड़वी शायरी, Elections Shayari 2024 by Rockshayar
लो दिए हमने तुम्हें पांच साल अब आगे क्या
स्वयंहित से ज्यादा जनहित कर पाओगे क्या
लो हमने तुम्हें सत्ताधीश बना दिया, मतदान करके सदन में स्थान दिया
पर तुमने भी बोलो ऐसा क्या किया, जो कहलाओ तुम ही सरकार मियाँ।
लो चुन लिया हमने तुम्हें अब आगे क्या
इस बार बोलके नहीं कुछ करके दिखाओगे क्या
अब जब तुम्हें चुन ही लिया है तो कुछ सवाल तो बनते हैं
जवाब देना ज़रूरी है भय्या सब तुम्हें सरकार जो कहते हैं।
चुनावी कविता शायरी और कटाक्ष से संबंधित और भी ज्यादा जानकारी के लिए हमारे WhatsApp Channel से जुड़े।
पुरानी समस्याओं का नया कोई हल निकालोगे क्या
घोषणापत्र में लिखे हैं जो वो वादे अब निभाओगे क्या
70 सालों से देश में बस सियासत का खेल चल रहा है
70 सालों से सारा मुल्क़ नफ़्रत की आग में जल रहा है
70 सालों से भड़क रही इस आग को बुझाओगे क्या
माल-ओ-दौलत नहीं इस बार इंसान कमाओगे क्या।
लो चुन लिया हमने तुम्हें अब आगे क्या
सही था फ़ैसला हमारा ये यक़ीन हमें दिलाओगे क्या
सीमा सुरक्षा के नाम हमें बड़े-बड़े वादे नहीं चाहिए
हमें तो बस सुरक्षा में लगे जवानों की सुरक्षा चाहिए
सैनिकों की शहादत पे सियासत तो बहुत कर ली तुमने
सुनो उनकी तरह तुम भी मिट्टी का कर्ज़ चुकाओगे क्या।
यह भी पढ़ें : 4 जून के बाद राजस्थान बीजेपी में मचेगा हाहाकार, कई नेताओं पर गिरेगी गाज!
हमें घोटाले नहीं गाँवों की अँधेरी गलियों में उजाले चाहिए
“हमें नेतागिरी वाले नहीं, अब नेता काम करने वाले चाहिए”
ख़ुद को खपाकर दो वक़्त की रोटी देता है जो सबको
उस किसान को ख़ुदकुशी करने से रोक पाओगे क्या
पूछ रही है आवाम बार-बार यही सवाल
सारे मुल्क़ से इस बार ग़रीबी हटाओगे क्या।
एसी कमरों में बैठकर खाद्य योजनाएं बनाने के बजाए
भुखमरी से मर रहे लोगों को खाना खिलाओगे क्या
लाखों टन गेहूँ गोदामों में सड़ाने के बजाए
इस बार किसी भूखे को भोजन कराओगे क्या।
यह भी पढ़ें : मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने तो क्या होगा? PoK में बैठे आतंकियों को हुई टेंशन
एक दू़जे पर दोषारोपण से ऊपर उठ पाओगे क्या
काला धन कहते हो जिसे उसे वापस ला पाओगे क्या
ज्यादा कुछ नहीं बस इतना बता दो हमें तो तुम
“राजनीति किए बिना राजनीति कर पाओगे क्या”
लो चुन लिया हमने तुम्हें अब आगे क्या
गरज़ते हुए जो वादे किये थे उन्हें निभाओगे क्या
इस बार बोलकर नहीं कुछ करके दिखाओगे क्या।
सवाल हर हिंदुस्तानी का है ये, जवाब दे पाओगे क्या
ले रहे जो आज शपथ तुम, कल उसे निभाओगे क्या
सबकी तरह तुम भी फिर से वही ढर्रा अपनाओगे क्या
मिसाइलमैन का सपना वो सच करके दिखाओगे क्या।
लो चुन लिया हमने तुम्हें अब आगे क्या
गरज़ते हुए जो वादे किये थे उन्हें निभाओगे क्या
इस बार बोलके नहीं कुछ करके दिखाओगे क्या
इस बार बोलके नहीं कुछ करके दिखाओगे क्या।।
कविराज का परिचय
पेशेवर राइटर होने के साथ ही इरफान अली एक शायर (Urdu Hindi Poet) भी है, गुलाबी नगरी जयपुर में रहते हैं और M.Tech (Electronics and Communication) किया हुआ है। ज़िन्दगी की धूप में तपकर और 18 सालों का तजुर्बा हासिल करके इंजीनियरिंग लेक्चरर से लेकर बैंकर, फैक्ट्री मैनेजर और अब बतौर कंटेट राइटर इरफान अली अपने लाजवाब लफ़्ज़ों से लोगों को अपना बना रहे हैं। गरीब नवाज़ की नगरी अजमेर के बिजयनगर शहर के रहने वाले इरफान भाई खाड़ी देशों की ख़बरों (Middle East News) के एक्सपर्ट और इस्लामिक कंटेंट के माहिरीन माने जाते हैं। Rockshayar के नाम से हिंदी उर्दू शायरी लिखते हैं। इनके पिटारे में हर टॉपिक पर कविता और शायरी मौजूद रहती हैं।
नोट – यह कविता केवल जनहित में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत तथा नई चुनी गई सरकार से जनता की तरफ से अनकहे तीखे सवाल करने के मकसद से लिखी गई है। हमारा मकसद किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राजनेता की भावनाएं आहत करना नहीं है। फिर भी अगर किसी कि भी भावनाएं हमारी इस कविता (Sarkar pe Kavita by Rockshayar) से आहत हुई हो तो हम उसके लिए क्षमा मांगते हैं। हम किसी भी राजनैतिक दल का समर्थन नहीं करते हैं। हम केवल भारत की आम जनता के मन की बात करते हैं।