मणिपुर में 2 महिलाओं को खुलेआम निर्वस्त्र कर घुमाने वाले वीडियो से देशभर की जनता में गुस्सा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महिलाओं के साथ हुए इस खौफनाक अत्याचार से वास्तव में परेशान है। SC के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि इस तरह की घटनाएं स्वीकार करने लायक नहीं है। इस मामले पर राज्य सरकार को कार्रवाई करने के लिए कहा है।
राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सख्त टिप्पणी की है। उन्होनें राज्य सरकार को निर्देश देते हुए रिपोर्ट भी मांगी है। डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जो तस्वीरें सामने आई है उनमें महिलाओं को सामान की तरह इस्तेमाल किया गया हैं। हमें यह बताया जाए कि जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन पर क्या कार्रवाई हुई है। इसके साथ कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए अगले सप्ताह के शुक्रवार का दिन तय किया है।
इसके अलावा सीजेआई ने यह भी कहा कि ये संवैधानिक अधिकारों का हनन है। हम सरकार को थोड़ा समय देते हैं, वो अपराधियों के खिलाफ कदम उठाएं। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे। इसके साथ ही मणिपुर CM एन बीरेन सिंह ने कहा है कि हम सभी आरोपियों की मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
यह घटना 4 मई की है। राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में दो महिलाओं को नग्न कर सड़क पर घुमाया था। बुधवार को सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया।