राजधानी दिल्ली में बारिश के कारण हालात बिगड़ चुके हैं। यमुना का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाके पूरी तरह से पानी में डूब गए है। यमुना नदी में उफान के कारण दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। लोगों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है। किसी काम से बाहर जाना खतरे से कम नहीं है। इसके चलते एमसीडी ने देर रात को आदेश जारी कर स्कूल बंद रखने को कहा है। साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में रास्ते भी ब्लॉक किए गए हैं।
जल स्तर खतरे के निशान को भी कर चुका पार
दिल्ली में यमुना नदी ने बरसों पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बुधवार की रात यमुना का जलस्तर 208.08 मीटर था जो कि गुरुवार सुबह 7 बजे 208.46 मीटर दर्ज किया गया। दिल्ली पुलिस ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है। राज्य सरकार ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से घर खाली करने की अपील की है।
स्कूलों में छुट्टी, रास्ते किए बंद
दिल्ली में बाढ़ को देखते हुए नर्सरी से पांचवी कक्षा तक के छात्रों के स्कूलों में आज छुट्टी रखी गई है। शाहदरा और सिविल लाइंस जोन के अंडर आने वाले स्कूलों में 13 जुलाई यानी आज छुट्टी रहेगी। अगर दिल्ली का मौसम आगे भी खराब होता है तो छु्ट्टियां बढ़ाई जा सकती हैं।
बाढ़ का पानी सड़कों तक आ गया है जिसके चलते कुछ रास्तों को बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया है। रिंग रोड, निगम बोध घाट, यमुना बाजार, मोनेस्ट्री मार्केट और भैरों मार्ग समेत कई सड़कों पर यातायात प्रभावित हो रहा है। ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक यमुना का जलस्तर और बढ़ने पर बाहरी रिंग रोड में वजीराबाद से विकास मार्ग और महात्मा गांधी रोड पर कालीघाट से दिल्ली सचिवालय के बीच यातायात बाधित हो सकता है।