Shab e Barat Date: मुसलमानों के लिए साल भर में गिने चुने त्योहार है। जैसे ईद बकराईद मुहर्रम बारावफात। अब इस फेहरिस्त में आप शबे बारात को भी जोड़ ले। इस समय पवित्र महीना शाबान चल रहा है। इसके बाद माहे रमजान आने वाला है। शाबान के महीने की 14वी रात को Shab-e-Barat का त्योहार मनाया जाता है। इस साल शाबान का चांद 11 फरवरी 2024 को नजर आया था। तो Shab-e-Barat फरवरी के आखिरी सप्ताह में मनाई जाएगी। इस दिन मुसलमान Shab-e-Barat Ka Roza भी रखते हैं। रमजान की तरह की इसमें भी सहरी और अफ्तारी की जाएगी। तो चलिए Shab e Barat Date को लेकर हम आपको जरूरी जानकारी मुहैया करा देते हैं।
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Shab-e-Barat क्या है?
शब का मतलब है रात और बारात का मतलब है बरी होना, यानी शाबान की वो मुकद्दस रात जिसमें इंसान गुनाहों से बरी हो जाता है। रात भर इबादत करके अल्लाह के सामने अपने गुनाहों की माफी मांगकर बंदा इस रात में गुनाहों से बरी हो जाता है। मौला की अदालत में इस रात कर्मों का लेखा जोखा पेश किया जाता है। इंसान की जिंदगी मौत और तक्दीर को लेकर अहम फैसले इसी Shab-e-Barat की रात में होते हैं।
भारत में Shab-e-Barat किस Date को है?
भारत में Shab-e-Barat शाबान की 14वी तथा 15वी रात को रखा जाएगा। यानी ग्रेगरी कैलेंडर के हिसाब से 25 फरवरी 2024 को Shab-e-Barat मनाई जाएगी। हालांकि खाड़ी देशों में एक दिन पहले 24 फरवरी को शबे बारात मनाई जाएगी। Shab-e-Barat Ka Roza भी रखा जाता है। इसके लिए आप सुबह फज्र की अजान से पहले रोजे की नियत कर ले। इफ्तारी का समय मगरिब के समय ही होगा। रमजान की तरह ही इस रोजे में भी वो वही नियम लागू होते हैं।
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Shab-e-Barat में क्या करे?
भारत में शबे बारात के दिन हलवा और मीठे जायकेदार व्यंजन बनाए जाते हैं। गरीबों बच्चों और रिश्तेदारों को दावत पर बुलाया जाता है। वही रातभर मुस्लिम कब्रिस्तानों में जाकर बुजुर्गों के लिए फातिहा और मगफिरत की दुआ करते हैं। साथ ही मस्जिदों को रौशनी से सजाया जाता है। कब्रिस्तानों में भी रौशनी की जाती है। कहा जाता है कि इस रात में बंदे की तकदीर तय कर दी जाती है। सालभर क्या होगा वो सब अल्लाह इस रात में लिख देते हैं। तो आपको भी हम यही नसीहत देते हैं कि अगर कोई आपसे नाराज है तो उसे मनाए तभी मौला आपके गुनाह माफ फरमाएगा।