Shaheed Diwas 2024: आज 30 जनवरी (Shaheed Diwas 2024) है, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse Mahatma Gandhi) ने गोली मारकर हत्या (Mahatma Gandhi Assassination 30 january 1948) आज के दिन की थी। अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर करने वाले गांधीजी की मृत्यु इतिहास के पन्नों में दर्ज सबसे गमजदा घटना है। आज तक सभी के मन में यही सवाल है कि आखिर क्यों नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse Mahatma Gandhi) ने बापू को गोली मारी। आज हम आपको बापू की हत्या से जुड़े कुछ ख़ास तथ्य बताने जा रहे हैं।
गांधी जी की मौत का कड़वा सच
गाँधी जी की हत्या (Shaheed Diwas 2024) काफी रहस्यमयी तरीके से की गई थी। आप जानकर चौंक जाएंगे कि पहले नाथूराम गोडसे बुर्का पहनकर बापू को गोली (Mahatma Gandhi Assassination 30 january 1948) मारने वाले थे। लेकिन ऐन वक्त पर गोडसे ने प्लान बदल दिया। गोडसे (Nathuram Godse Mahatma Gandhi) ने सोचा कि औरतों के लिबास में पकड़ा जाउंगा तो लोग हमेशा मरने के बाद उनका मजाक उड़ाएंगे। इसलिए नाथूराम गोडसे ने सिलेटी रंग का सूट पहने अपनी बेरेटा पिस्तौल से बापू के सीने में गोलियां दाग दी।
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मौत को सौभाग्य बताया था
गाँधी जी शायद इकलौते ऐसे शख्स थे जिन्होने अपनी मृत्यु को सौभाग्य बताया था। गाँधी जी को मारने के 30 जनवरी के पहले भी साजिश की गई थी। 20 जनवरी को गाँधी जी की मृत्यु (Shaheed Diwas 2024) का पहला प्रयास किया गया था। इतना ही नहीं गांधी जी ने 21 जनवरी को भी कहा था कि , “अगर कोई मुझ पर बहुत पास से गोली चलाता है और मैं मुस्कुराते हुए, दिल में राम नाम लेते हुए उन गोलियों (Nathuram Godse Mahatma Gandhi) का सामना करता हूं तो मैं बधाई का हक़दार हूं.” ये मेरा सौभाग्य होगा अगर ऐसा मेरे साथ होता है.” सोचिए गांधी जी मौत (Mahatma Gandhi Assassination 30 january 1948) को लेकर भी कितने आशावादी थे। वाकई में राष्ट्रपिता गांधी जी के जीवन से हम कई बातें सीख सकते हैं।