हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल यात्रा के दौरान भड़की हिंसा के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया है। हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वहीं नूंह में कर्फ्यू लगाया गया है। गुरुग्राम और फरीदाबाद में धारा 144 लागू की गई है। हालात पर काबू पाने के लिए पूरे इलाके में पैरामिलिट्री की 20 कंपनियां तैनात की गई। राजस्थान के भरतपुर में भी अलर्ट जारी किया है।
नूंह, फरीदाबाद और पलवल में इस हिंसा के कारण 1 अगस्त को सभी शिक्षण संस्थान और कोचिंग सेंटर बंद रहेंगे। वहीं नूंह में बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है। यह परीक्षाएं 1 और 2 अगस्त को होनी थीं।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भगवान शिव का जलाभिषेक करने नूंह में नलहड़ शिव मंदिर पहुंचे थे। गवा यात्रा के दौरान दो गुटों में टकराव हो गया। मुस्लिम समुदाय की ओर से यात्रा पर पथराव, गोलीबारी और आगजनी की खबरें सामने आई। पथराव और फायरिंग की इस घटना में गुड़गांव के होमगार्ड नीरज और गुरसेवक समेत अब तक 4 लोगों की मौत हो गई हैं। साथ ही 50 से ज्यादा पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और अन्य घायल हैं।
उपद्रवियों ने रोड पर निकलने वाले सभी वाहनों में आग लगा दी और साइबर थाने पर भी हमला किया। थाने की दीवार तोड़कर अंदर घुस गए। इस घटना में गुरुग्राम, रेवाड़ी और पलवल जिलों से गए 500 से अधिक लोग वहीं फंस गए। देर रात इन लोगों को पुलिस सुरक्षा में पुलिस लाइन ले जाया गया।
विहिप और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की तरफ से हर साल नूंह इलाके में ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाती है। इस यात्रा में गुरुग्राम से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इस यात्रा में हिस्सा लेते हैं। यह यात्रा नूंह से शुरू होती है और इसका समापन फिरोजपुर झिरका के गांव सिगार में होता है।
नूंह की वर्तमान स्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शांति की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी नागरिक हरियाणा एक हरियाणवी एक के सिद्धांत पर चलते हुए समाज और प्रदेश के हित में सहयोग दें। ऐसी स्थिति में आम आदमी की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।