Solar Eclipse Status : आज साल 2024 का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण है। पूर्ण सूर्य ग्रहण उस समय होता है जब चांद धरती के करीब होता है। चांद जब सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है तो वह पूरे सौर पटल को ढंक लेता है। इस वजह से सूरज की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती और अंधेरा छा जाता है। आज 8 अप्रैल को भी पूर्ण सूर्य ग्रहण है जो केवल अमेरिका में दिखाई देगा। इस सूर्य ग्रहण पर हमारे शायर इरफान ने एक शानदार कविता लिखी है जिसमें उन्होंने पृथ्वी चांद और सूरज को प्रेमी प्रेमिका का रूप देकर अद्भुत काव्य (Solar Eclipse Status) रचा है। इरफान शायर है और इंटरनेट पर Rockshayar Irfan के नाम से मशहूर है। आप इनकी और भी कई शायरियां यहां पढ़ सकते हैं। तो चलिए सूर्य ग्रहण की वो अनोखी कविता का मजा लेते हैं। खास बात ये है कि आप इस कविता के माध्यम से बच्चों को सूर्य ग्रहण का बेसिक ज्ञान बड़ी आसानी से दे सकते हैं।
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सूर्य ग्रहण पर लिखी गई शानदार कविता (Solar Eclipse Status)
“Eclipse – Ek Love Story” (ग्रहण – एक प्रेम कथा)
रौशनी की राह में रुकावट के लिए खेद है
तो लीजिए पेश है ग्रहण का Concept ये
ग्रहण यानी किसी खगोलीय पिंड पर अँधेरा कायम हो जाना
एक की वज़ह से दूसरे पर Darkness लाज़िम हो जाना
सूर्य और चंद्रमा, Both of them ग्रहण के शिकार
पृथ्वी के Paranormal प्रेम में, हैं ये दोनों गिरफ़्तार
Eclipse की यह Natural Clip एक ख़ास चश्मे से देखी जाती है
यह Triangle Love Story कभी आंशिक तो कभी पूर्ण कहलाती हैं
अमावस की रात में जब चाँद ख़ुराफ़ाती हो जाता है
चुपके से वह सूरज और पृथ्वी के बीच में सो जाता है
हालाँकि उस वक़्त सूरज को गुस्सा तो बहुत आता है
लेकिन उसका केवल Coronal part ही तमतमाता है
दो पल के लिए वह एक Diamond Ring बन जाता है
देखकर जिसे प्रेमदीवानी पृथ्वी का दिल खुश हो जाता है
इसी सौरलीला को हम सूर्यग्रहण कहते है
Earth के Heart में Sun n Moon दोनों रहते हैं
बदला लेने के लिए सूरज भी पृथ्वी को पटाने लगता है
भरी महफ़िल में चांद को अपना रक़ीब बताने लगता है
पूनम की रात में सूरज और धरती इक दूसरे के क़रीब आ जाते हैं
इस नैन मटक्के के चक्कर में चाँद पे Light के लाले पड़ जाते हैं
चूंकि चाँद पर सूरज की सारी रौशनी नहीं पड़ पाती हैं
बस इसी बात पर यह घटना चन्द्रग्रहण कहलाती है
लेकिन हर अमावस और पूर्णिमा को ऐसा नहीं होता है
क्योंकि चंद्रमा अपनी कक्षा में कुछ झुका हुआ होता है
अब अगर कोई भी आपसे ग्रहण के बारे में कुछ भी पूछे
तो उसे ऐसा समझाना के उसकी फुल टू वाट लगा देना
एक और बात कोई भी दिन मनहूस या बुरा नहीं होता
असल ग्रहण तो हमारी सोच पर है जो हट ही नहीं रहा।।
– रॉकशायर इरफ़ान अली ख़ान
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सूर्य ग्रहण क्या होता है ?
खगोलशास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण एक तरह का ग्रहण है जब चांद पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है। पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूरी तरह या आंशिक तौर पर चांद द्वारा ढांप लिया जाता है। यानी परिक्रमण के दौरान चंद्रमा धरती और सूरज दोनों के बीच में आ जाता है। उस समय पृथ्वी पर सूरज की छाया डायमंड रिंग की तरह दिखती है। सूर्य ग्रहण को हिंदू धर्म में काफी महत्व दिया गया है।