भारत में रामजी के हुए ठाठ, लेकिन पाकिस्तान में भोलेनाथ के आँसुओं की कद्र नहीं

 

भारत में राम मंदिर के जश्न की तैयारी हो रही है और इसके साथ कृष्ण मंदिर को लेकर भी बड़ा दावा किया जा रहा है। लेकिन आज हम आपको भगवान भोलेनाथ से जुड़ी वह रोचक कहानी बताने जा रहे है जिसके बारे में शिवभक्तों को जानकारी नहीं है। अगर बात करें रामजी की तो उनके अब ठाठ हो गए है लेकिन ​भगवान शिव से जुड़ा बहुत बड़ा स्थल आज भी अपने वजूद को पाने के लिए तरस रहा है।

यह भी पढ़े:रामलला की पूजा करने वाले पुजारी की 31 साल की दर्द भरी दास्तां

पाकिस्तान में शिव मंदिर

पाकिस्‍तान में राम और शिव से जुड़े कई हिंदू मंदिर है लेकिन उचित देखभाल नहीं होने के कारण इनका वजूद लगभग खत्म होता जा रहा है। जी हां, पाकिस्‍तान में एक हिंदू मंदिर लगभग 5 हजार साल पुराना है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर महाभारत काल के समय का बताया जा रहा है और यह मंदिर कटासराज के नाम से जाना जाता है। पाकिस्‍तान के चकवाल जिले में कई मंदिर हैं। इस मंदिर की कहानी भोलेनाथ के आंसू और महाभारत में पांडवों के वनवास से जुड़ी है।

कटासराज मंदिर का महत्‍व 

हिंदुओं के लिए कटास राज मंदिर बहुत ही पवित्र स्थान है। ऐसा माना जाता है कि जिस तालाब के चारों ओर कटास मंदिर बना है वह भगवान शिव के आंसुओं के कारण बना था। किसी समय भगवान शिव अपनी पत्नी सती के साथ यहां रहते थे और उनकी मृत्यु के बाद शिव इतने ज्यादा दुखी हुए की वह अपने आंसू नहीं रोक पाए। वे इतना रोए थे, कि उनके आसूंओं से दो तालाब निर्मित हो गए जिसमें एक कटारसराज में है, तो दूसरा राजस्‍थान के अजमेर जिले में पुष्कर सरोवर के नाम जाना जाता है। 

पांडवों ने काटा वनवास

एक प्राचीन मान्यता के अनुसार, कटास राज वही जगह है जहां पांडव भाई वनवास के दौरान रहे थे। वनों में भटकते हुए जब उनको प्‍यास लगी, तो उनमें से एक कटाक्ष कुंड के पास जल लेने आया। उस समय इस कुंड पर यक्ष का अधिकार था और उसने जल लेने आए पांडव को जल देने से पहले सवाल का जवाब देने के लिए कहा था। लेकिन जवाब न देने पर यक्ष ने उसे मूर्छित कर दिया और अंत में युधिष्ठिर ने अपनी बुद्धिमता का परिचय देते हुए सवालों के सही जवाब देकर भाइयों को पानी पिलाया।युधिष्ठिर के सवालों को जवाब सुनकर यक्ष ने पांडवों को वापस चेतना में ला दिया।

यह भी पढ़े: राम मंदिर की सुरक्षा से हटेगी CRPF, फिर भी अभेद्य किले में बदल जाएगा परिसर

शिवरात्रि पर जश्न का माहौल

हिंदू परिवार इस मंदिर में शिवरात्रि के दिन एकत्रित होते हैं। मंदिर में कोई मूर्ति नहीं है, लेकिन तीर्थयात्री यहां पांडव भाइयों के बलिदान की स्मृति में उनको याद करने आते है। इस तालाब में स्नान करने से व्‍यक्ति को मोक्ष की प्राप्‍ती होती है। लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान सरकार ऐसे मंदिर के विकास को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही है।

Morning News India

Recent Posts

जयपुर में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा भिड़े अधिकारियों से

Jaipur Bulldozer Action: जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 9 अप्रैल को अतिक्रमण के खिलाफ…

17 घंटे ago

No Shop, No Staff, No Investment: Saumic Craft Business Model Explain

Starting a business usually means spending money on a shop, hiring staff, buying stock, and…

20 घंटे ago

सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान! धरातल पर लागू होगा जनजाति समाज का पेसा एक्ट

PESA Act : जयपुर। जनजातियों की रक्षा करने वाला विश्व के सबसे बड़े संगठन अखिल…

22 घंटे ago

प्रदेश अग्रवाल महासभा राजस्थान के जिला अध्यक्ष बने टिल्लू रूंडल

Rajasthan News : जयपुर। प्रदेश अग्रवाल महासभा राजस्थान के जिला अध्यक्ष टिल्लू रूंडल बन गये…

23 घंटे ago

विजय शर्मा बने नेशनल ह्यूमनराइट्स और एंटी करप्शन फोर्स के राष्ट्रीय महासचिव

National Human Rights : जयपुर। नेशनल ह्यूमनराइट्स और एंटी करप्शन फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ.…

1 दिन ago

किसान भाई ने उगाया 1200 किलो का कद्दू! जानिए खेती की ये जादुई तकनीक

Pumpkin News : अक्सर देखा जाता है कि किसान भाई गर्मीयों की शुरूआत में बाड़ी…

2 दिन ago