विश्व के नवीनतम देशों में सूडान का स्थान भी आता है वहीं सूडान की तख्तापलट भी सुर्खियों में रहती है 2019 में राष्ट्रपति ओमर अल बशीर के समय भी तख्तापलट हुआ था और अब फिर से सुडान सुलग रहा है।
क्या है हालिया मामला?
सत्ता में वर्चस्व की लड़ाई सूडान का पीछा नहीं छोड़ रही। सूडान में मिलिट्री और पैरा मिलिट्री के युद्ध के बीच वहां के नागरिकों के साथ-साथ दूसरे देशों के नागरिक भी फंस गए हैं। इनमें कई देशों के नागरिक फंस गए हैं।
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने सूडान में भारतीयों की स्थिति की समीक्षा की। साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी सूडान के हालात जाने।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर लिखा है। दूतावास खुला है, पर अशांत क्षेत्र में होने की वजह से वहां जाने से बचे। सूडान में भारतीयों के फंसे होने पर चिंता के साथ-साथ समाधान भी सुझाए गए।
समाचार एजेंसी एएफ़पी ने अल अखबारिया के हवाले से बताया कि जो लोग जेद्दा पहुंचे हैं ।उनमें एक सऊदी यात्री विमान का चालक दल शामिल है। वह 15 अप्रैल को लड़ाई की शुरुआत में खार्तून से उड़ान भरने की तैयारी के दौरान गोलियों की चपेट में आ गया था। वही सऊदी अरब से यह ट्वीट किया गया कि सूडान में फंसे भारतीयों की मदद के लिए सऊदी अरब आगे आ गया है। एक विमान में 12 देशों के 66 नागरिकों को संघर्ष प्रभावित सूडान से सऊदी अरब लाया गया। जिसमें कुछ भारतीय भी शामिल है। ऐसे में सऊदी अरब से मिली मदद चारों ओर सुर्खियां बटोर रही हैं।
वही सऊदी विदेश मंत्रालय ने भी ट्वीट किया और बताया कि हमें खुशी हो रही है की किंगडम नेतृत्व के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए। हमने सूडान से सऊदी नागरिकों के साथ-साथ दूसरे मित्र देशों के नागरिकों को भी सुरक्षित निकाल लेने में सफलता हासिल की।