सोमवार दोपहर करीब 4 बजे मध्यप्रदेश सरकार के दूसरे सबसे बड़े सतपुड़ा भवन में आग लग गई। आग बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से शुरू हुई और छठी मंजिल तक पहुंच गई। यह आग धीरे-धीरे इतनी फैल गई कि मंगलवार सुबह 6 बजे तक नहीं बुझाई जा सकी। आग लगने के समय बिल्डिंग में करीब 1000 लोग मौजूद थे। आग की खबर सुनते ही भगदड़ मच गई। इस दौरान कई लोग घायल हो गए। बिल्डिंग में अलग-अलग मंजिलों में रखी 12 हजार से ज्यादा फाइलें खाक हो चुकी हैं। नगर निगम, पुलिस फायर ब्रिगेड की टीम ने मंगलवार को आग पर काबू पाया। एडीजी फायर आशुतोष राय ने बताया कि प्रथमदृष्टया यही लगता है कि एसी में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी है।
TOP TEN – 13 जून 2023 Morning News की ताजा खबरें
मध्यप्रदेश की सरकारी इमारत सतपुड़ा भवन के स्वास्थ्य संचालनालय कार्यालय में यह आग लगी थी। सोमवार को दोपहर 4 बजे लगी आग पर 14 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया गया। इस दौरान फायर ब्रिगेड के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन की टीम और सेना भी मौके पर मौजूद रही। आग से किसी तरह की जनहानि की सूचना अब तक नहीं है। देर रात तक फायर फाइटर्स के साथ सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला। साथ ही इंदौर से भी विशेष गाड़ियों को बुलाया गया।
कलेक्टर आशीष सिंह भी रातभर मौके पर डटे रहे। उन्होनें बताया कि नगर निगम, पुलिस फायर ब्रिगेड की टीम ने कुछ हद तक आग पर काबू पा लिया था लेकिन आग पूरी तरह नहीं बुझ पाई। सुबह 6 बजे फिर से सतपुड़ा भवन के पश्चिमी ब्लॉक के पिछले टॉवर से आग की लपटें रुक-रुककर उठ रही थी। आग बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से शुरू हुई और छठी मंजिल तक पहुंच गई।
बताया जा रहा है कि इन 4 मंजिलों में रखी 12 हजार से ज्यादा फाइलें जलकर राख हो चुकी हैं। इनमें ज्यादातर फाइलें चिकित्सा विभाग से संबंधित थीं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आग शॉर्ट सर्किट से लगी और एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट होने से फैलती गई। पूरे ऑफिस में 30 से ज्यादा एसी कंप्रेसर में ब्लास्ट हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी बनाई है। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।