Tirupati Balaji laddu controversy: तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम को लेकर इन दिनों हंगामा मचा हुआ है। दरअसल देश के जाने मानें और प्राचीनतम मंदिर (Tirupati Balaji) को लेकर राजनीति ही नहीं धर्म में भी बवाल मच गया है। यहां मिलने वाले प्रसादम यानि पोटू में गोमांस की चर्बी और मछली के तेल का उपयोग होने का खुलासा हुआ है। यहां वेंकटेश्वर यानि भगवान विष्णु का स्वरूप पूजा जाता है।(Tirupati Balaji Mandir Laddu) के रूप में एक दिव्य लड्डू भक्तों को दिया जाता है। यह बनता भी मंदिर की पवित्र रसोई में ही है। यहां इसे Tirumala Tirupati prasadam की जगह ‘पोटू’ नाम दिया गया है। मान्यताएं तो ये भी कहती हैं कि प्रसाद के बिना बालाजी की पूजा और दर्शन अधूरे ही रहते हैं।
गुजरात लैब में आई रिपोर्ट
तिरुपति बालाजी मंदिर Richest Temple के प्रसादम यानी लड्डू को लेकर एक लैब रिपोर्ट आई है। जिसमें प्रसादम का टेस्ट होने के बाद इसमें काम में लिए जा रहे घी में गोमांस की चर्बी और मछली के तेल का उपयोग होने का खुलासा हुआ है। यह रिपोर्ट गुजरात स्थित लाइवस्टॉक लैबोरेटरी, NDDB, CALF लिमिटेड में जांच के दौरान दी गई है। ऐसे में धर्म और राजनीति दोनों में भूकंप आ गया है। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी वाईएसआरसीपी सरकार पर तिरुपति मंदिर पवित्र लड्डू को बनाने में जानवरों के चर्बी के इस्तेमाल का आरोप लगाया था।
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गैरकानूनी है मंदिर से बाहर पोटू बनाना
भगवान वेंकटेश्वर को लगने वाला यह प्रसादम पोटू के नाम से जाना जाता है। वहीं खास बात यह है कि इसका पेटेंट भी मंदिर की ओर से करवाया गया है। इसे बाहर बनाने पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। Tirupati laddu price के साथ जीआई टैग वाले इन लड्डुओं को रोज करीब 200 ब्राह्मण मिलकर बनाते हैं। जिससे मंदिर में रोज करीब साढ़े तीन लाख लड्डुओं की खपत पूरी की जा सके। जिसकी कीमत 175 रुपये से 200 रुपये बताई जाती है।
कैसे हुई चर्बी की पुष्टि
तिरुपति मंदिर देश का जानामाना मंदिर है। यहां प्रसाद के लड्डू में चर्बी की पुष्टि की गई है। तो यह भी जानना जरूरी है कि नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ने यह कंफर्म किया है कि इसमें बीफ मिला हुआ है। ऐसे में भारत ही नहीं विदेशों में भी मंदिर आने वालों की श्रद्धा और भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
कड़े कदम उठाए जाएंगे
Tirupati Balaji laddu controversy पर लैब रिपोर्ट के बारे में भाजपा के नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री खुद नहीं कह रहे। यह खुलासा लैब से मिली रिपोर्ट में हुआ है। किस तरह अन्य फैट जिसमें चर्बी और फिश दोनों हर शामिल हैं। आंध्र सरकार के सहयोगी दलों ने भी कहा कि हम सरकार के साथ इस गलती को सही करने की कोशिश करेंगे।
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