23 जून को पटना में महागठबंधन को लेकर बैठक होने वाली थी। लेकिन बैठक से पहले ही जीतन राम मांझी ने विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने से मना कर दिया। इतना ही नहीं जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। जीतन राम मांझी 'हम' (HAM) के संरक्षक हैं। संतोष मांझी के इस्तीफे की पुष्टि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्यामसुंदर शरण ने की है। संतोष मांझी का कहना है कि हम लोग सत्ता के भूखे नहीं हैं। हम सम्मान से समझौता नहीं कर सकते हैं।
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हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के नेता संतोष सुमन मांझी ने मंत्रिमंडल पद से इस्तीफा दे दिया है। नीतीश कुमार ने 2020 में संतोष मांझी को सिंचाई मंत्री बनाया था। खबरों के मुताबिक संतोष मांझी को विजय कुमार चौधरी ने अपनी पार्टी का विलय जेडीयू में करने का ऑफर दिया गया था। वहीं जीतन राम मांझी ने एक दिन पहले ही 23 जून की बैठक में शामिल होने से मना किया था। हालांकि उन्होनें कहा था कि नीतीश कुमार उनके नेता हैं।
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जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी के इस्तीफे पर बीजेपी नेता अजय आलोक का बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि एक कहावत है सिर मुंडाते ही ओले पड़े। अभी तो मीटिंग से पहले का स्वरुप बाहर आ रहा है। जिस दिन मीटिंग होगी उस दिन और सिर फुटौव्वल होगा।