अक्षय तृतीया के पावन पर्व से चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है। आगामी 5 दिन में हिंदू तीर्थयात्री केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री के दर्शन करेंगे। इस बार रजिस्ट्रेशन करवाने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या लगभग 16 लाख बताई जा रही है।
उत्तराखंड सरकार ने पहले निर्धारित तीर्थ यात्रियों के अलावा बाकी पर रोक लगा रखी थी। लेकिन अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्धारित संख्या में दर्शन करने पर लगी रोक हटा दी है। ऐसे में अब श्रद्धालु ऑफलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। चार धाम की पहली पूजा प्रधानमंत्री मोदी की ओर से करवाई गई।
कौन-कौन से कपाट कब कब खुलेंगे?
हिंदू मान्यताओं के अनुसार चारों धाम की यात्रा सभी मनुष्यों के लिए शुभ फलदाई होती है। इन चार धाम की यात्रा के पट वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया, अक्षय तृतीया को खोले जाते हैं।
सर्वप्रथम दोपहर 12:35 पर गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। जिसे भव्यता से सजाया गया है। लगभग 11 क्विंटल गेंदे के फूलों से मंदिर का प्रांगण सजाया गया है। वही दोपहर 12:41 पर गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट क्रमशः 25 और 27 अप्रैल को खोले जाएंगे।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री क्या बोले?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 21 अप्रैल को ऋषिकेश से चार धाम यात्रा का औपचारिक उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्होंने कहा हमने भक्तों के लिए हर तरह की सुविधा तैयार की है। सरकार यह सुनिश्चित करें कि देश-विदेश से आने वाले हर भक्तों की यात्रा सुरक्षित हो और सभी को यात्रा का हिस्सा बनने का मौका भी मिले। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लोग अब होटल बुक करवा सकते हैं। उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।