प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिलबालाजी को हिरासत में लिया है। मंगलवार को सुबह 7 बजे ED उनके घर पहुंची और यहां सेंथिलबालाजी से 24 घंटे पूछताछ हुई। उसके बाद बुधवार सुबह बालाजी को अरेस्ट किया गया। हिरासत में लिए जाने से पहले ईडी ने 13 जून को सेंथिलबालाजी के दफ़्तर, राज्य सचिवालय और उनसे जुड़ी कई जगहों पर पहले छापे मारे थे। कार्रवाई के दौरान सीने में दर्द होने के कारण उन्हें चेन्नई के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
फूट-फूटकर रोने लगे बालाजी
ED की कार्रवाई के दौरान सेंथिल को सीने में दर्द की शिकायत होने लगी। इसके बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए चेन्नई के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जब उनको अस्पताल के अंदर ले जाया जा रहा था तब वह रोते हुए दिखाई दिए। DMK नेता को जिस अस्पताल में भर्ती कराया गया उस हॉस्पिटल के बाहर भारी ड्रामा देखा गया। समर्थकों ने इकट्ठा होकर प्रदर्शन करना शुरु कर दिया।
मॉर्निंग वॉक पर गए थे सेंथिल
खबरों के मुताबिक जिस समय ED उनके घर पहुंची तब वी. सेंथिलबालाजी मॉर्निंग वॉक के लिए गए हुए थे। जैसे ही उन्हें ईडी की छापेमारी की सूचना मिली तुरंत टैक्सी लेकर घर पहुंच गए। चेन्नई में स्थित घर के अलावा सेंथिल के पैतृक निवास करूर में भी छापा मारा गया।
बता दें कि यह मामला 2014 का है। उस समय सेंथिल अन्नामुद्रक सरकार में परिवहन मंत्री थे। डीएमके नेता उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा, हम इस पूरी प्रक्रिया से कानूनी तौर पर निपटेंगे हम बीजेपी की धमकी भरी राजनीति से नहीं डरते हैं। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपने आवास पर बैठक बुलाई है जिसमें राज्य के सीनीयर मंत्री सामिल होंगे। पार्टी ने उनकी गिरफ्तार को असंवैधानिक बताते हुए कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही है।