चंद्रमा पर भारत के चंद्रयान 3 की परछाई पड़ने के साथ ही देश ने मिशन के सफल होने का जश्न भी मनाया गया। जिसके बाद से ही रोवर ने बाहर निकल फोटो और वीडियो भेजना शुरू कर दिया था। जिसमें चांद पर भारत के अशोक स्तंभ की छाप के साथ फोटो और वीडियो भी आए। जिसके बाद इसरो की ओर से कहा गया कि चंद्रयान-3 का रोवर लैंडर से निकल, सैर कर रहा है। 26 किलो और छह पहियों वाला रोवर लैंडर के अंदर सं निकल पैनल का यूज कर चांद की सतह पर उतरेगा।
विक्रम और प्रज्ञान मिलकर खोलेंगे चांद के राज
चांद की सतह पर जाकर अध्ययन करने वाले विक्रम लैंडर और रोवर प्रज्ञान का वजन 1,752 किलोग्राम के करीब है। ये वहां चंद्रमा की सतह पर घूमकर वहां के वातावरण का अध्ययन करेंगे। चांद पर एक चंद्र दिवस का समय धरती के करीब 14 पृथ्वी दिवस के बराबर होता है। इन्हें भी ऐसे ही डिजाइन किया गया है। इसरो के अनुसार अगले दिवस तक यानी धरती के 15 वें दिन तक भी काम करते की संभावनाओं से इंकार नहीं किया है। चांद की सतह पर घूमकर रोवर वहां मिलने वाले रसायनों का विश्लेषण भी करेगा।
शेयर वीडियो में दिखी सतह
इसरो की ओर से चांद की लैंडिंग का वीडियो शेयर किया गया था। जिसमें दिख रहा है वहां की सतह पर लहरों जैसा नजारा है। उनके पास की तस्वीरों में वहां पर काफी सारे गड्ढे भी दिखाई दे रहे हैं। जिनमें बड़े और छोटे दोनों ही हैं।