लारेंस विश्नोई गैंग के बेहद करीबी माने जाने वाले दीपक पहल उर्फ बाॅक्सर की मदद करने वाले का नाम सामने आ गया है। दीपक उर्फ बाॅक्सर ने अपना फर्जी पासपोर्ट छजलैट, मुरादाबाद के एक पते से बनवाया था। जिसमें उसका नाम रवि अंतल बताया गया है। यहां पलिस की ओर से पासपोर्ट बनवाने के समय जो रिपोर्ट लगवाई जाती है उसकी जांच करने पर एक सिपाही का नाम सामने आया है। इस सिपाही का नाम अजीत है और जांच में नाम सामने आते ही इसे निलंबित कर दिया गया है। हापुड़ के रहने वाले इस सिपाही ने बाॅक्सर की मदद करने के लिए दरोगा की आईडी सेऑनलाइन रिपोर्ट भेजी थी। एसएसपी हेमराज मीना ने जांच के बाद पूरे मामले की रिपोर्ट एसपी देहात संदीप मीना को रिपोर्ट सौंप दी है।
दरोगा की आईडी से भेजी रिपोर्ट
बाॅक्सर के पकड़े जाने की खबर के साथ ही जब दिल्ली पुलिस ने मुरादाबाद में संपर्क किया तो वहां के पुलिस अधिकारियों में खलबली मच गई। क्योंकि इसमें रवि अंतिल के नाम की सत्यापन रिपोर्ट छजलैट थाने से दरोगा की आई से भेजे जाने की बात सामने आई। इसकी रिपोर्ट दिल्ली पुलिस ले मांगी है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है, कि मामले में सिपाही की लिप्तता किस स्तर पर है और कोई भी तो मामले में लिप्त नहीं है। जांच में यह भी सामने आया है कि लारेंस ने पासपोर्ट बनवाने में अपने संबंधों का भी इस्तेमाल किया था। अब पुलिस यह भी पता लगा रही है कि मुरादाबाद में उसके सम्पर्क कहां कहां पर हैं।
बाॅक्सर भी है बड़ा गैंगस्टर
मूल रूप से गैंगस्टर दीपक उर्फ बाॅक्सर सोनीपत हरियाणा का निवासी है। दिल्ली पुलिस ने अमेरिकी जांच ऐजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टीगेशन की मदद से इसे मैक्सिको में गिरफ्तार किया है। जांच में यह भी सामने आया है कि करीब तीन माह पहले दीपक बाॅक्सर ने अंतिल के नाम से पासपोर्ट के लिए आवेदन दिया था। जिसमें उसने खुद को छजलैट के नत्था नगला उर्फ कोकरपुर ग्राम का रहने वाला बताया था। जिसकी सत्यापन रिपोर्ट 12 दिसंबर 2022 को आवोदन के बाद छजलैट थाने से भेजी गई थी। इसके बाद बरेली पासपोर्ट कार्यालय से एक सप्ताह के अन्दर ही पासपोर्ट जारी कर दिया गया। जिसकी मदद से दीपक 29 जनवरी 23 में मैक्सिको चला गया था।
एक मुक्के ने बनाया दीपक को बाॅक्सर से गैंग्सटर
हरियाणा का रहने वाले बाॅक्सर दीपक को लोग पहले बाॅक्सर और पहलवान के नाम से जानते थे। सिर्फ 15 साल की उम्र में वो जूनियर लेवल का बाॅक्सर था। वह 57 किलोग्राम वर्ग में जूनियर नेशनल चैम्पियन भी रहा है। फिर अचानक उसने अपराध की दुनिया का रास्ता अपना लिया। दरअसल हुआ यूं कि उसने एक खिलाड़ी को मुक्का मार दिया। जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया। दीपक ने जब स्पोट्र्स कोटे से नौकरी पाने की कोशिश की तो वह नाकामयाब रहा। जिससे परेशान होकर वह अपराधी बन गया।