कर्नाटक- कर्नाटक में मतगणना का काउंटडाउन शुरु हो चुका है। आखिर कौन बनेगा कर्नाटक का किंग मेकर, किसके हाथ लगेगी सत्ता, जनता किसकी किस्मत खोलेगी। भाजपा कांग्रेस सहित सभी पार्टियों ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता को लुभाने का खुब प्रयास किया था। जहां एक और भाजपा ने सत्ता में फिर से काबिज होने के लिए अपना दम खम दिखाया था तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को हटाकर खुदकी सरकार बनाने को लेकर प्रचार किया था। कर्नाटक में 224 सीटों पर 2615 उम्मीदवारों की किस्मत पर फैसला आज होगा।
कांग्रेस ने उठाया था स्थानीय मुद्दा तो भाजपा ने भी झोंकी थी ताकत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 जनसभाओं को संबोधित किया था । साथ ही 6 रोड़ शो, अमित शाह ने 16 जनसभाएं तथा 14 रोड शो किए। जेपी नड्डा ने 16 रोड शो तथा 10 जनसभाएं की। भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं ने 206 जनसभाएं 90 रोड शो कर कर्नाटक की जनता को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया। कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों पर जनता का ध्यान केंद्रित किया था। इसके साथ ही कांग्रेस के पक्ष में वोट के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी ने भी मोर्चा संभाला, और लगातार जनसभएं की थी। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की बात की जाए तो केंद्रीय नेताओं ने 99 जनसभाएं और 33 रोड शो किए थे।
पीएम से लेकर सीएम तक प्रचार में नहीं रहे थे पीछे
कर्नाटक चुनाव में चुनावी प्रचार के दौरान भाजपा ने जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक ने रैलियां की और जन सभाओं को संबोधित किया। वहीं कांग्रेस के चुनाव प्रचार के राहुल गांधी से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक ने जन सभाओं का संबोधित किया। और कांग्रेस के पक्ष में वोट के लिए राजस्थान की योजनाओं को कर्नाटक में लागू करने सहित कई वादे किए थे।