नई दिल्ली- बीते कई दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। भाजपा सांसद बृजभूषण के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे पहलवानों ने अपनी लड़ाई खत्म नहीं की है। पहलवानों द्वारा लगातार भाजपा सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। इस धरने के बीच भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन ने बडा फैसला सुनाया है। फैसला सुनाते हुए भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन ने भारतीय कुश्ती संघ के पदाधिकारियों को अमान्य घोषित कर दिया है। एसोसिएशन ने सभी पदाधिकारियों के प्रशासनिक और आर्थिक कार्य पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही भारतीय ओलिंपिक संघ ने सुश्ती संघ से सभी दस्तावेज भी मांगे है।
जल्द होंगे चुनाव
भारतीय ओलिंपिक संघ ने तीन सदस्यीय की अस्थायी समिति का गठन किया है। यह समिति 45 दिन के अंदर चुनाव सम्पन करवाएगी। इस समिति में वूशु संघ के भूपेंद्र संह बाजवा, ओलंपिक निशानेबाज सुमा शिरूर तथा एक सेवानिवृत्त जज शामिल है। समिति द्वारा कार्यभार संभाल लिया गया है। भारतीय ओलिंपिक संघ ने कुश्ती संघ के कार्य पर रोक नहीं लगाई है।
महिला पहलवान के दर्ज हुए बयान
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृज भूषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर दो मुकदमे दर्ज किए हैं। इसमें एक पोक्सो एक्ट का मामला भी शामिल हैं। वहीं दूसरा मुकदमा 6 महिला रेसलर के यौन शोषण के आरोप में दर्ज हुआ है। इस पुरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से जांच की रिपोर्ट पेश की गई है। अदालत में इस रिपोर्ट के रखे जाने के बाद शिकायतकर्ता एक ओर महिला पहलवान के बयान दर्ज किए गए है। पुलिस ने धारा 164 के तहत यह बयान दर्ज किए है। पहलवानों के अधिवक्ता के अनुसार दिल्ली पुलिस अभी तक दो महिला पहलवानों के बयान मजिस्ट्रेट के सामने रख चुकी है।