- 2 महीने तक कोचिंग सेंटर की परीक्षाओं पर रोक
- पंखों में लगाए जाएंगे एंटी सुसाइड डिवाइस
कोटा। राजस्थान की शैक्षिक नगरी कोटा में छात्रों का सुसाइड करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर से एक ही दिन में 2 छात्रों के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। 24 घंटे में दो छात्रों की मौत की इस खबर से पूरे शहर में हड़कंप मच गया है। दोनों ही छात्र NEET की तैयारी कर रहे थे। कोटा प्रशासन ने जिले के सभी कोचिंग सेंटर में टेस्ट-परीक्षाओं पर फिलहाल रोक लगा दी है।
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2 महीने तक कोचिंग सेंटर की परीक्षाओं पर रोक
कोटा में रविवार को 24 घंटे के भीतर दो स्टूडेंट के सुसाइड करने के कारण जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। दोनों ही नीट की तैयारी कर रहे थे। इनमें एक स्टूडेंट अविष्कार (17) का जो कि महाराष्ट्र का रहने वाला है। वहीं दूसरा छात्र आदर्श बिहार का निवासी है। दोनों ने ही कोचिंग की टेस्ट-परीक्षाओं के भय के कारण सुसाइड किया है। इस घटना के बाद जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने कोचिंग सेंटर के लिए आदेश निकाला जिसमें कहा गया है कि आगामी दो माह तक किसी भी तरह का कोई टेस्ट नहीं लिया जाएगा।
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पंखों में लगाए जाएंगे एंटी सुसाइड डिवाइस
अविष्कार और आदर्श दोनों का ही रविवार को कोचिंग में टेस्ट था। अविष्कार संभाजी कासले ने टेस्ट के बाद अपनी कोचिंग संस्थान के छठे माले की रेलिंग से नीचे छलांग लगा दी। कोचिंग संस्थान के कर्मचारी कासले को अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। वहीं आदर्श ने भी टेस्ट दिया था और नंबर कम आने के डर से अपने ही कमरे में पंखे से लटक कर मौत को गले लगा लिया। इसके बाद कलेक्टर ने आदेश में यह भी लिखा कि साथ ही पंखों में एंटी सुसाइड डिवाइस लगाए जाएं। इसके अलावा कोचिंग संस्थानों को आदेश दिए कि 7 दिन में एक दिन बच्चा बिल्कुल फ्री रहे ना वह क्लास जाएगा और ना ही उसका कोई टेस्ट लिया जाएगा।