8 March Women Day 2024: 8 मार्च को महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस दिन महिलाओं के अधिकार की बात की जाती है। महिला दिवस एक खास थीम पर मनाया जाता है और इस बार ‘इंस्पायर इंक्लूजन’ की थीम रखी गई हैं। इस कड़ी में हम आपको एक जिंस पहने वाली महिला सरपंच के बारे में बताने जा रहे है जिसने लाखों की नौकरी छोड़कर गांव की तस्वीर बदलने का फैसला किया।
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सोडा गांव की पहचान छवि राजावत
राजस्थान के सोडा गांव में जींस पहने, अंग्रेजी बोलने वाली सरपंच छवि राजावत के बारे में सभी लोग जानते है। छवि ने अपने गांव की तस्वीर बदलने के लिए लाखों रूपए वाली नौकरी छोड़कर सरपंच बनकर यह काम करना शुरू किया। (8 March Women Day 2024) बेंगलुरु ऋषि वैली स्कूल में उनकी पढ़ाई हुई लेकिन गर्मी की छुट्टियां सोडा में आती थी। उनके दादा ब्रिगेडियर रघुबीर सिंह 1990 तक तीन बार सरपंच रहे थे।
श्री राम कॉलेज से स्नातक
छवि ने बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मॉडर्न मैनेजमेंट पुणे से एमबीए पूरा किया। अगले 10 वर्षों तक, उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया, कार्लसन ग्रुप ऑफ होटल्स जैसी कई कंपनियों के साथ काम किया। (8 March Women Day 2024) इस दौरान कुछ गांव वालों ने मदद के लिए उससे संपर्क किया तो वह इसके बारे में सोचने लगी। सोडा की अर्थव्यवस्था वर्षा पर निर्भर थी और सूखा पड़ने के कारण किसानों की हालात खराब हो गई।
भारत के सबसे युवा सरपंच
उन्होंने अपने गांव की सेवा करने और ग्रामीणों के जीवन में बेहतर बदलाव लाने के लिए कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी। गांव वापस चली गईं और वह देश की सबसे कम उम्र की सरपंच चुनी गईं। (8 March Women Day 2024) इसके बाद उन्होंने 2 बार चुनाव जीता और गांव की तस्वीर ही बदल दी।
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BJP में शामिल हुईं छवि
छवि राजावत ने सरपंच के चुनाव में किसी दल का सहारा नहीं लिया और गांव में विकास काम किए तो उनके काम की गूंज पूरे देश में दिखने लगी। अलग-अलग मंचों पर उन्हें सम्मानित भी किया लेकिन किसी दल का सहारा नहीं लिया। (8 March Women Day 2024) लेकिन 2023 के विधानसभा चनुावों में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।