8 March Women Day 2024: जयपुर की खूबसुरत महारानी का खिताब अगर किसी के नाम है तो वो हैं गायत्री देवी। दो बार लोकसभा चुनाव जीतने का खिताब भी उन्हीं के नाम है। प्रदेश की पहली महिला सांसद चुनने का गौरवशाली इतिहास यही कहता है कि 1962 में पहली महिला सांसद बनी गायत्री देवी पूरे देश में लोकप्रिय हुईं।
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आज की इक्कीसवी सदी की नारी किसी तरह से भी कम नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र से लेकर डिफेंस या फिर राजनीति किसी भी महकमे में महिलाएं पीछे नहीं हैं। महिलाओं का दबदबा यहीं समाप्त नहीं होता है मनोंरजंन में भी पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं वहीं विदेशों में भी अपना नाम कमा रहीं हैं। इसी कड़ी में महिला दिवस (8 March Women Day 2024) के अवसर पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं जयपुर की महारानी गायत्री देवी के वो राज जिनको जानकर आप हैरान रह जाएंगें।
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कांच की गुड़िया गायत्री देवी
गायत्री देवी राजशाही परिवार में जन्मीं एक बेहद खूबसुरत महिला थीं। इनकी खूबसुरती के चर्चे उस समय ही नहीं बल्की आज भी आमजन की जुबां पर बने हुए हैं। महारानी गायत्री देवी का जन्म 23 मई 1919 में हुआ। राजकुमारी गायत्री देवी ने अपनी शादी के बाद राज काज का काम संभाला उसके बाद उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमाया। कहा जाता है कि अपनी खुबसूरती की वजह से गायत्री देवी इतनी मशहूर थी कि उस समय में इंदिरा गांधी की तुलना उनसे की जाने लगी। दोनों में जबरदस्त कॉम्पिटिशन था। बताया जाता है कि गायत्री देवी और इंदिरा गांधी एक दूसरे को बचपन से ही जानती थीं। क्योंकि वो एक ही स्कूल में पढ़ी हुई थीं। कहा जाता है कि एक बार इंदिरा गांधी ने गायत्री देवी को कांच की गुड़िया कहकर भी पूकारा था। कहा ये भी जाता है कि इंदिरा गांधी ने एक बार गायत्री देवी को जेल में डाल दिया था।
गायत्री देवी का राजनीतिक करियर
साल 1962 में गायत्री देवी ने स्वतंत्र पार्टी से पहली बार चुनाव लड़ा और जीता भी। साथ ही जीतीं भी तो 1 लाख 92 हजार वोटों से जो उस समय गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल एक बहुत बड़ा आंकड़ा था। इस तरह से गायत्री देवी प्रदेश की पहली महिला सांसद बनीं। इसी के साथ उन्हें सबसे सुंदर महिला (8 March Women Day 2024) सांसद का भी गौरव प्राप्त हुआ। इसी कारण उन्हें वैग मैग्जीन में भी खूबसुरत महिला का दर्जा भी प्राप्त हुआ।