Jaipur News: जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में आधी रात को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्यवाही में अंग प्रत्यारोपण के फर्जी सर्टिफिकेट देने के गोरख धंधे का खुलासा हुआ है। रुपए लेकर अंग प्रत्यारोपण की फर्जी एनओसी (Fake NOC)देने वाले अधिकारी को ACB ने धर दबोचा। एसीबी ने SMS अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह को 70 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
वहीं, एक निजी चिकित्सालय के ऑर्गन ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर अनिल जोशी (Anil Joshi) को रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, अनिल जोशी ने गौरव सिंह को रिश्वत देने का प्रयास किया, उसी समय एसीबी ने रंगेहाथ दोनों को धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद दोनों से पूछताछ चल रही है।
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हाई लेवल मैनेजमेंट ने की शिकायत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) अब यह पता लगाने में जुटी है कि, फर्जी एनओसी का यह गोरख धंधा कब से चल रहा है। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी के मुताबिक यह कार्यवाही सवाई मानसिंह अस्पताल के हाई लेवल मैनेजमेंट की तरफ से दी गई शिकायत के बाद की गई है।
शिकायत में बताया गया था कि, नियम अनुसार तो अंग प्रत्यारोपण का सर्टिफिकेट एक कमेटी की सिफारिश के बाद जारी होता है, लेकिन कुछ मामले संज्ञान में आये है, जिनमें मेटी के सदस्यों की अनुमति के बिना ही अंग प्रत्यारोपण के सर्टिफिकेट दिए गए। इसके बाद ही एसीबी की तरफ से कार्यवाही की गई।
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फर्जी हस्ताक्षर के 3 सर्टिफिकेट जब्त
एसीबी ने आधी रात को की कार्रवाई के दौरान आरोपी गौरव सिंह के पास से 3 फर्जी सर्टिफिकेट भी जब्त किए है। जब्त सर्टिफिकेट पर कमेटी के सदस्यों के हस्ताक्षर भी है,जोकि पूरी तरह फर्जी थे। एसीबी की टीम गौरव सिंह और अनिल जोशी के ठिकानों पर खोजबीन कर जांच कर रही है।