Adi Gaurav Samaroh in Mangarh: राजस्थान में 7 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। इस सभी सीटों पर राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है। वहीं इन 7 सीटों पर बीजेपी समेत तमाम पार्टियां अपनी अपनी जीत पक्की करने की कोशिसें लगातार कर रही है। वहीं इन सीटों में एस एक सीट ऐसी है जहां सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। तो चलिए जानते हैं कोनसी वो सीट है और क्या कहता है वहां राजनीतिक गणित।
बीजेपी की बढ़ी मुश्किलें
भारतीय ट्राइबल पार्टी से अलग होने के बाद बाप पार्टी का दबदबा चौरासी सहित प्रदेश की करीब 15 विधानसभा क्षेत्र में नजर आने लगा है। यही वो सीट है जहां पर बीजेपी को सीट गवाने का डर सता रहा है। इसी डर को जीत में तब्दील करने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भारत आदिवासी पार्टी के गढ़ को ढहाने के लिए बीजेपी ने अनौखा दांव खेला है। आने वाली 4 अक्टूबर को मानगढ़ धाम में जनजाति विभाग की ओर से ‘आदि गौरव समारोह’ कार्यक्रम होगा। जिसके अंदर राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू शामिल होने वाली हैं। इस गढ़ के वोट बैंक को साधने के लिए ये कार्यक्रम बुहत ज्यादा अहम माना जा रहा है। इस सीट पर बीजेपी के लिए जीत को पक्की करना आसान खेल नहीं होगा। क्योंकिं बीजेपी के लिए इस सीट पर गले की हड्डी कांग्रेस नहीं बल्कि बाप पार्टी है। बात करें पिछले दो विधानसभा चुनाव की और इस लोकसभा चुनाव की तो इस सीट पर बाप पार्टी का ही दबदबा कायम है। इसके विपरित विपक्षी दल कांग्रेस बाप पार्टी से गठबंधन करने की बजाए अकेले ही उपचुनवों में उतरने वाली है।
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आंकड़े क्या कहते हैं
बीजेपी के लिए इस सीट पर क्यों मुश्किलें बढ़ रही हैं..इस पर एक नजर डाल लेते हैं। दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव लेकर लोकसभा चुनाव 2024 के आंकड़ों को देखा जाए तो बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत का वोट शेयर 38.22 से बढ़कर 57.30 फीसदी हो गया। जबकि बीजेपी का वोटिंग प्रतिशत 30.51 से घटकर 26.23 प्रतिशत तक हो गया।
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