जयपुर- नेताओं के सरकारी बंगले इन दिनों चर्चा का विषय बनें हुए। फिर वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले का रेनोवेशन हो या राहुल गांधी का सरकारी बंगला खाली करवाना। सरकारी नेताओं के बंगले खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। चुनाव से ठीक पहले कैबिनेट मंत्री बुलाकी दास कल्ला यानी बीड़ी कला का अचानक सरकारी बंगला खाली करना सियासत के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हर कोई जानना चाहता है आखिरकार बीडी कल्ला चुनाव से ठीक पहले अपना सरकारी बंगला क्यों खाली कर रहे हैं। यह कोई चुनावी टोटका है या फिर इसके पीछे कोई और कारण है। डॉक्टर बी डी कल्ला अब तक 6 बार विधायक रहे इसके साथ ही 22 अलग-अलग विभागों के मंत्री पद पर भी रह चुके हैं। कैबिनेट मंत्रियों की तरह बीडी कल्ला को सिविल लाइन में बंगला नंबर 382 अलॉट किया गया है।
बंगला खाली करने की बात पर बीडी कल्ला कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे रहे हैं। डॉक्टर बी डी ने कल्ला इस पूरे मामले पर कहां है स्वास्थ्य कारणों के कारण वह अपने निजी निवास पर शिफ्ट हो रहे हैं। हालांकि उनका यह तर्क विरोधियों के गले नहीं उतर पा रहा है। पूरे मामले पर शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के निजी सहायक विजय शरण गुप्ता ने कहां मंत्री साइटिका की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे में उन्हें सरकारी बंगले में सीढ़ियां चढ़ने में परेशानी होती है। जानकार सूत्रों की मानें तो बीडी कल्ला के बंगला खाली करने के पीछे वास्तु शास्त्र बताया जा रहा है। दरअसल किसी पंडित या वास्तु विद की सलाह पर कल्ला सरकारी बंगला खाली कर रहे हैं। बीकानेर पश्चिम सीट से चुनाव जीतने वाले बीडी कल्ला 6 बार जीतने के साथ ही 2 बार हार का सामना भी कर चुके हैं। ऐसे में चुनाव से पहले डॉक्टर बी डी कल्ला का बंगला खाली करना चुनावी रणनीति बताया जा रहा है।
जलदाय मंत्री भी जल्द खाली कर सकते हैं अपना बंगला
प्रदेश के जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के पड़ोसी है। महेश जोशी को सरकारी बंगला 2021 में आवंटित किया गया था जब वह जलदाय मंत्री बने थे। हालांकि डॉ महेश जोशी ने बंगले में प्रवेश से पहले ही हवन पूजा करवाई थी। इस बंगले में प्रवेश करने के बाद से ही जलदाय मंत्री महेश जोशी लगातार विवादों में फंसे रहें। हाल ही में महेश जोशी को लेकर एक और विवाद सामने आया है जिसमें एक मकान के निर्माण मामले को लेकर एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली जिसमें मंत्री के खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो गई है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि जल्द ही मंत्री जोशी भी अपना बंगला खाली कर सकते हैं या फिर कहीं और शिफ्ट हो सकते हैं।
कई विधायक ले रहे मंत्रियों की सुविधाएं
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, गुजरात कांग्रेस के प्रभारी पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक डॉ रघु शर्मा मंत्री पद पर नहीं होने के बाद भी मंत्रियों जैसी सुविधाएं ले रहे हैं। तीनों ही विधायक होने के बावजूद भी मंत्रियों के बंगले में निवास कर रहे हैं। तीनों ही विधायकों को यह सुविधा मुहैया करवाने के लिए मंत्रियों के बंगलों को विधानसभा पुल में डाल दिया गया है। तीनों ही विधायक मंत्री नहीं होने के बावजूद भी मंत्रियों वाली सभी सुविधाएं भोग रहे हैं।
पायलट ने भी नहीं खाली किया मंत्री का बंगला
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अभी तक अपना सरकारी बंगला खाली नहीं किया है। सचिन पायलट अभी भी मंत्रियों वाले बंगले में निवास कर रहे हैं। सचिन पायलट पेपर लीक जैसे मामले को लेकर कई बार अपनी ही सरकार को घेर चुके हैं। हाल ही में सचिन पायलट से बंगला खाली करने को लेकर सवाल पूछा गया था जिसका जवाब देते सचिन पायलट ने कहां सरकार का जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा।
पूर्व उप राष्ट्रपति बाबोसा का बंगला दत्तक पुत्र के नाम
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत इकलौते ऐसे नेता थे जिन्हें प्रदेश की जनता बाबोसा कहती थी । बाबोसा का यह बंगला आज भी उनके दत्तक पुत्र विक्रमादित्य सिंह को आवंटित है। शेखावत की मृत्यु 2010 में हो गई थी उनकी पत्नी की मृत्यु 5 साल पहले हो चुकी है उसके बावजूद भी यह बंगला विक्रमादित्य सिंह को आवंटित है।