Rajasthan Politics : जयपुर। राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में तगड़ा झटका खाने के बाद अब राजस्थान कांग्रेस में भारी उथल पुथल मची है। विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस मात्र एक सीट जीत पाई वो भी हारते-हारते बची है, ऐसे में अब कई नेताओं पर गाज गिर सकती है। चर्चा है कि प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का भी पद जा सकता है। लेकिन इसी बीच गोविंद सिंह डोटासरा राजस्थान काग्रेस में बड़ा उथल पुथल करने जा रहे है, तो चलिए जानते है कि आखिर अब कांग्रेस में क्या कुछ बड़ा होने वाला है?
दरअसल राजस्थान में हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। 7 में से कांग्रेस मात्र एक ही सीट जीत हासिल कर पाई है, वो भी 2000 हजार वोटों के अंतर से। इसी बीच अब खराब प्रदर्शन को लेकर कई नेताओं पर गाज गिर सकती है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में उपचुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद गंभीर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पार्टी में कई ऐसे नेता हैं जो सक्रिय रूप से काम नहीं कर रहे और अगर ऐसा चलता रहा, तो ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर करने की जरूरत होगी।
यह बयान डोटासरा ने कांग्रेस हाईकमान के सामने दिया था। तो, क्या इसका मतलब है कि डोटासरा पार्टी में बड़े बदलाव करने जा रहे हैं? अब चर्चा यह भी हो रही है कि क्या डोटासरा का पद भी संकट में है? क्या कांग्रेस हाईकमान उनके खिलाफ कोई कदम उठा सकता है? या फिर डोटासरा खुद पार्टी में बदलाव की दिशा में बड़े कदम उठाने जा रहे हैं?
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फिलहाल गोविंद सिंह डोटासरा अब पीसीसी मुख्यालय में एक बड़ी बैठक बुलाने जा रहे हैं, जिसमें पार्टी के 17 उपाध्यक्ष, 50 महासचिव, 114 सचिव और अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे। इस बैठक में कांग्रेस के भविष्य के बारे में महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। इस बैठक में पार्टी के संगठन को मजबूत करने और आगामी निकाय चुनावों के लिए रणनीति बनाने पर चर्चा की जाएगी।”
“गोविंद सिंह डोटासरा ने साफ तौर पर कहा था कि निष्क्रिय नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उनका कहना है कि अगर कोई नेता पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम नहीं करता, तो उसकी पार्टी में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इस बयान के बाद, राजस्थान कांग्रेस में आंतरिक बदलाव की संभावना और भी ज्यादा बढ़ गई है। क्या ये बदलाव सच में पार्टी के लिए फायदेमंद होंगे? क्या इससे कांग्रेस को आगामी चुनावों में सफलता मिल सकेगी? यह सवाल अब हर किसी के मन में है।”
“हाल ही में राजस्थान कांग्रेस के नेता दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं। इस बैठक में उपचुनाव के नतीजों के बारे में चर्चा हुई और पार्टी के भीतर बदलाव की बात भी की गई। इसके बाद ही डोटासरा ने इस दिशा में कदम बढ़ाने की बात की। अब देखना यह होगा कि डोटासरा के नेतृत्व में राजस्थान कांग्रेस कितनी जल्दी बदलाव की दिशा में आगे बढ़ती है।
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