हुनर किसी का मोहताज नहीं होता है। एक इंसान यदि ठान ले तो वह क्या कुछ नहीं कर सकता है। अजमेर के एक कलाकार की कहानी भी कुछ ऐसी ही है जो औरों को प्रेरणा देती है। नितिन के. कृष्णा नामक यह फ़नकार रामलला प्राण प्रतिष्ठा से ठीक एक दिन पहले 21 जनवरी को समंदर के अंदर राम मंदिर की भव्य पेंटिंग बनाने जा रहा है। वाकई में यह कला और कलाकार की ज़िद हैरान कर देने वाली है। इस रामभक्त की कहानी सुनकर आपकी आंखों से जलधारा छलक उठेगी।
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कौन है यह कलाकार, क्या है इसकी कहानी?
पवित्र नगरी अजमेर के तोपदड़ा इलाके में रहने वाले नितिन की कहानी बहुत ही प्रेरणादायी है। रेलवे में काम करने वाले उनके पिता से उऩ्हें यह कला विरासत में मिली है। पिता तो चल बसे लेकिन नितिन की ज़िद और जुनून की वज़ह से यह अंडरवाटर पेंटिंग का नायाब हुनर आज पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित होने जा रहा हैं। 5 साल की उम्र में नितिन खेलते हुए गिर गया और उसके कूल्हे में चोट आ गई। तबसे वह चल फिर नहीं सकता है। लोग ताने देते थे, क्या करेगा ज़िंदगी में। निराशा के माहौल में नितिन को इस कला ने ही ज़िंदा रखा। सचिवालय में नौकरी करने वाले नितिन आधा वक्त कला को और आधा समय नौकरी को देते है। ऐसे अद्भुत कलाकार की ज़िद और हौसले को हम नमन करते हैं।
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कैसे बनेगी पानी के भीतर श्रीराम की पेंटिंग?
नितिन ने बताया कि इसके लिए उऩ्होंने कड़ी ट्रेनिंग ली है। समंदर के अंदर 100 किलो वज़न बांधकर उन्होंने यह पानी के भीतर चित्रकारी करने की कला सीखी है। स्कूबा डाइविंग टीम के निर्देशन में नितिन ने नामुमकिन लगने वाली इस कला में महारत हासिल कर ली है। नितिन कहते है कि जिस तरह वानर सेना ने समंदर के ऊपर रामसेतु का निर्माण किया था, वह भी राम नाम लेकर 21 जनवरी को पानी के भीतर प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर की पेंटिंग बनायेंगे।
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