जयपुर। Annapurna Rasoi Yojana के तहत राजस्थान की भजन लाल सरकार (Bhajan Lal Sarkar) रोज 2.30 लोगों को स्वादिष्ट व पोष्टिक खाना खिला रही है। अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत भजन लाल सरकार यह काम कर रही हे। इस योजना के लिए भजन लाल सरकार ने प्रतिवर्ष 250 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है। इस योजना के तहत प्रतिवर्ष 9.25 करोड़ लोग भोजन कर रहे हैं। अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत आप सिर्फ 8 रूपये में स्वादिष्ट व पोष्टिक भोजन आसानी से कर सकते हैं।
अन्नपूर्णा रसोई में सिर्फ 8 रूपये में मिलता है खाना (Annapurna Rasoi Yojana Thali Price)
राजस्थान की भजन लाल सरकार (Bhajan Lal Sarkar) द्वारा अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत सिर्फ 8 रूपये में खाना खिलाया जा रहा है। पहले वसुंधरा राजे सरकार में भी इस योजना का नाम अन्नपूर्णा रसोई योजना ही था, लेकिन गहलोत सरकार ने इसका नाम बदल कर इंदिरा रसोई योजना कर दिया था।

वैन में चलाई जाती है अन्नपूर्णा रसोई योजना (Annapurna Rasoi Yojana in Van)
राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्नपूर्णा रसोई योजना वैन के जरिए संचालित की जा रही है। इसमें गरीब और जरूरतमंदों को नाश्ता और खाना दिया जाता है। कोई व्यक्ति इस वैन से सिर्फ 8 रूपये देकर भरपेट खाना खा सकता है।

अन्नपूर्णा रसोई योजना में दिन में 2 बार मिलता है भोजन (Annapurna Rasoi Yojana Timings)
राजस्थान की भजन लाल सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्नपूर्णा रसोई योजना में रोज दिन में 2 बार सुबह और शाम को भोजन दिया जाता है। रोज सुबह 8 बजे वैन की स्टॉल लग जाती है और 9 बजे टोकन कटना शुरू हो जाते हैं जिसके बाद दोपहर 2 बजे तक भोजन दिया जाता है। इसके बाद शाम को 5 से 9 बजे तक भोजन दिया जाता है।

अन्नपूर्णा रसोई योजना की खास बातें (Annapurna Rasoi Yojana Benefits)
- सिर्फ 8 रुपये में शुद्ध, ताजा एवं पोष्टिक भोजन मिलता है।
- लाभार्थी सम्मानपूर्वक एक स्थान पर बैठाकर भोजन कर सकता है।
- राजस्थान सरकार द्वारा 17 रुपये प्रति थाली अनुदान दिया जा रहा है।
- अन्नपूर्णा रसोई योजना में प्रतिवर्ष 250 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
- इस योजना में प्रतिदिन 2.30 लाख व्यक्ति एवं प्रतिवर्ष 9.25 करोड़ लोग खाना खा रहे हैं।
- अन्नपूर्णा रसोई योजना को स्थानीय संस्थाओं के सेवाभाव एवं सहयोग से संचालन किया जा रहा है।
- अन्नपूर्णा रसोई भोजन की थाली में 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती और आचार दिया जाता है।