मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कैबिनेट की बैठक बुलाई। इस दौरान कई प्रस्तावों पर मुहर लग गई है। इनमें जो सबसे खास है वो राजस्थान के 19 जिलों को सृजित करने पर मुहर लगना। अब राजस्थान 50 जिलों का हो गया है। साथ ही 3 नए संभाग बनाए जाने के प्रस्ताव को भी कैबिनेट की बैठक में स्वीकार लिया गया है। लंबे समय से जनता की ओर से नए जिले की मांग की जा रही थी जो आज पूरी हो चुकी है। सीएम गहलोत ने जन भावना का हुआ सम्मान टाइटल के साथ पोस्टर भी लॉन्च किया।
राजस्थान कांग्रेस सरकार ने जनता को खुश करने के लिए चुनावों से पहले उनकी मांग को पूरा कर दिया है। इस तरह अब राजस्थान में पूरे 50 जिले और कुल 10 संभाग होंगे। सीएम गहलोत के साथ 50 जिले पर मुहर लगाने की जानकारी देते समय मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी, प्रताप सिंह खाचरियावास, बीडी कल्ला, हेमाराम चौधरी, गोविंद राम मेघवाल, शकुंतला रावत, सुखराम विश्नोई, लालचंद कटारिया, जाहिदा खान, ब्रजेंद्र ओला, रामलाल जाट, रमेश मीणा समेत अन्य कैबिनेट सहयोगी मौजूद रहे।
ये होंगे नए जिले और संभाग
राजस्थान में जो नए जिले बनाए गए हैं उनमें अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, कोटपूतली, बालोतरा, जयपुर शहर, खैरथल, ब्यावर, जयपुर ग्रामीण, नीम का थाना, डीग, जोधपुर शहर, फलौदी, डीडवाना, जोधपुर ग्रामीण, सलूंबर, दूदू, केकड़ी, सांचौर और शाहपुरा शामिल है। वहीं नए संभाग की बात करें तो बांसवाड़ा, पाली और सीकर को नया संभाग बनाया गया है।
बता दें कि राज्य सरकार से मंजूरी मिलने के बाद नए जिलों और संभागों को बनाने का रास्ता साफ हो गया है। राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने इस दौरान कहा कि नए जिले बनने से लोगों को सुविधा होगी और कई लाभ मिलेंगे। प्रशासनिक दृष्टि से काम करना आसान होगा। वहीं राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि यह आम जनता का सम्मान है।