जयपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) बेहद दिलचस्प मोड़ में आ गया है। चुनावी रण में विजय रथ के आगे कोई बाधा न आए इसके लिए प्रत्याशी तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं। आपको हम बताएगें जीत को लेकर कैसे हमारे नेता टोने-टोटके (totake) से लेकर शुभ मुहूर्त तक के तरीको को अपना रहे है फिर इसके लिए ग्रह-नक्षत्रों को दुरुस्त करना हो या टोटकेबाजी, भगवान और ज्योतिष की शरण में पहुंचकर प्रत्याशी चुनावी जीत में जो भी बाधा आ रही है, उसे दूर करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में हैट्रिक बनाने के लिए टोटका
कौन नेता क्या कर रहा है ये भी आपको बताएगें पहले आपको बताते है, कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास जो इन दिनों अपने लुक को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा में बने है,वजह है उनकी हेयर स्टाईल। माना जा रहा है कि विधायक प्रताप सिंह खाचरिवास एक बार फिर विधानसभा चुनाव में हैट्रिक बनाने के लिए लालायित है और अपनी जीत पक्की करने के लिए उन्होनें मन्नत भी मांगी है, अब इसमे कितनी सच्चाई है ये तो वो ही जाने लेकिन उनके नजदीकी लोगों का ही कहना है कि उन्होने संकल्प के साथ में चोटी रख ली और चुनावी रण में जीत के लिए कूद गए है।
ज्योतिषियों से करवा रहे खूब टोने-टोटके
राजस्थान सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री के खास नेताओं में शामिल महेश जोशी की सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही एक तस्वीर जिसमें वह गोवर्धन परिक्रमा (Govardhan Parikrama) के दौरान दंडवत प्रणाम करते नजर आ रहे हैं। इस आस में की टिकट मिल जाए ऐसे में पहुंच गए भगवान की शरण में वैसे भी अब तो भगवान ही इन नेताओं की नैया को पार लगाएगा। खैर एक मामला कांग्रेस (Congress) विधायक मदन प्रजापत का भी सामने आया था। जिले की मांग को लेकर उन्होनें मनन्नत मांगी थी इसमें जूते चप्पल तक पहनना छोड दिए थे,और उनकी मन्न्त भी पूरी हुई। ज्योतिषियों की मानें तो टोटके हार को जीत में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है। शायद यही वजह है कि चुनाव में जीत के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनो ही पार्टियों के उम्मीदवार टोने-टोटके का सहारा ले रहे हैं। इनमें प्रतिपक्ष् के नेता राजेंद्र राठौड़ और बीजेपी के विधायक और पूर्व प्रदेशाअध्यक्ष सतीश पूनिया भी आगे है। आमेर से टिकट लेने और जीतने के लिए उन्होनें कामाख्या देवी के यहां माथा टेका।
भगवान की शरण में नेता
बात करें सत्ता सुख दिलाने वाली पीतांबरा पीठ और मां राज राजेश्वरी की कहते हैं जो भी मां राज राजेश्वरी की शरण में आता है राजसुख को प्राप्त करता है। यहां तो उम्मीदवारों ने नवरात्र से ही अनुष्ठानों की बुकिंग करवा ली है। चुनाव में टिकट के लिए नेता अपने धर्म के अनुसार देव स्थानों पर जीत की अर्जी भी लगा रहे हैं। भजन-कीर्तन,भंडारा के साथ चादर चढ़ाना आदि कबूल कर रहे हैं। वहीं भाजपा के प्रत्याशियों के परिजन देव स्थानों में जीत के लिए मन्नत मांग रहे हैं। तो आपने देखा चुनाव में टिकट और टिकट के बाद जीत को लेकर नेताओं को चुनावी टोटके कितने भा रहे हैं। कुर्सी पाने के लिए ये नेता यूं तो घंटो भगवान के दरबार में दिख जाते है लेकिन जनता के बीच जाने के लिए इनके पास समय नही होता।