Barmer News: राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन को लेकर बड़ा खुलासा किया है। प्रतिवेदन बोलते हुए भाटी ने RCDF को ‘राजस्थान चोर डाकू फेडरेशन’ तक कह दिया। भाटी ने कहा कि डेयरी प्रोडेक्ट पर प्रोडक्शन डेट नहीं और मशीन खरीदने के लिए करोड़ों का टेंडर भुगतान हो गया, लेकिन मशीन अभी तक नहीं आई। सीकर में कभी टेंडर नहीं हुआ लेकिन भुगातन लेकर ठेकेदार फरार हो गया।
भाटी ने कहा कि मेरे से पहले अलग-अलग सदस्यों ने घोटालों और भ्रष्टाचार की बात की है। भाटी ने कहा कि मालपुरा में बटर पैकिंग मशीन खरीदने के लिए सिंगल टेंडर किया गया। एक करोड़ अस्सी लाख रुपए का भुगतान भी किया लेकिन दुर्भाग्य है कि न तो मशीन आई और पैसा किसके खाते में गया किसी को नहीं पता। आरसीडीएफ दूध, पाउडर और लगभग 14 हजार टन घी का स्टॉक भी किसी काम का नहीं है। प्रोडेक्शन की कोई डेट नहीं है और एक्सपायरी डेट लिखी गई है। एक तरफ शुद्ध के लिए युद्ध कर रहे है और दूसरी तरफ सरकारी उपक्रम ही एक्सपायरी माल मार्केट में बेचे रहे हैं।
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जयपुर में एक ही डेयरी का इतना बड़ा स्टॉक और शो रूम है। लेकिन हमारे जिले में नहीं है जबकि पशुधन सबसे ज्यादा है, लेकिन डेयरी के मामले में कोई विकास नहीं है। हमारे यहां प्रोडेक्शन ज्यादा है और लाने वाला कोई नहीं है। ऊंटनी के दूध से कैंसर सही होता लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। मंत्री से मांग है कि गांवों की अर्थव्यवस्था मजबूत करने के लिए डेयरी को और मजबूत करें।
खर्च की जांच होनी चाहिए
भाटी ने डेयरी पॉर्लर का जिक्र करते हुए कहा कि एक फर्म को उन्होंने लीज पर दिया। ढाई करोड़ रुपए एनरॉवेंट पर पर खर्च किए गए और बिना किसी टेंडर के सीधा काम दे दिया गया। इसकी जांच होनी चाहिए। सीकर में टेंडर होने की बात कहीं गई, ठेकेदार करोड़ों रुपए डेयरी के लेकर भाग गए और जांच भी नहीं हुई।
RCDF बना राजस्थान चोर डाकू फैडरेशन
डेयरी के चेयरमैन है का कालाडेरा में ‘किसान केसरी’ नाम की एक कैटल फील्ड प्लांट संचालित है। कई सालों से उनको माल बेचा जा रहा है और नहीं लेता तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते है। आरसीडीएफ इसका नाम राजस्थान चोर ठेकेदारों की फैडरेशन है।