जयपुर। बजट 2024 में भजन लाल सरकार (Bhajan Lal Sarkar) पैसों की बारिश होने वाली है क्योंकि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जमकर पैसा देने वाली है। ऐसा इसलिए क्योंकि राजस्थान में डबल इंजन की सरकार है यानि केंद्र में भाजपा और राज्य में भी भाजपा सरकार है। ऐसे में राजस्थान के विकास के लिए मोदी सरकार द्वारा Union Budget 2024-25 में विशेष प्रावधान करते हुए अधिक से अधिक धन दिया जा सकता है। इसबार राजस्थान की भजन लाल सरकार 3 लाख करोड़ रूपये से ज्यादा का बजट पेश कर सकती है। क्योंकि केंद्र सरकार से बड़ी सहायता मिलने की उम्मीद है।
राजस्थान बजट 2023-24 का हिसाब किताब
राजस्थान बजट 2023-24 (Rajasthan Budget 2023-24) में कुल व्यय (ऋण भुगतान को छोड़कर) 2,97,091 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था। यह 2022-23 के संशोधित अनुमान से 7.1% की वृद्धि थी। इस व्यय को 2,34,319 करोड़ रुपये की प्राप्तियों (उधार को छोड़कर) और 54,589 करोड़ रुपये की शुद्ध उधारी के माध्यम से पूरा करने का प्रस्ताव रखा गया था।
बजट 2023-24 में इतनी थी राजस्थान की जीडीपी
बजट 2023-24 (Budget 2024-25) के लिए राजस्थान का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) (मौजूदा कीमतों पर) 15.7 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान जताया गया था। इसमें 2022-23 की तुलना में 11.5% की वृद्धि दिखाई गई थी। 2023-24 में व्यय (ऋण चुकौती को छोड़कर) 2,97,091 करोड़ रुपए होने का अनुमान जताया गया था जो 2022-23 के संशोधित अनुमानों से 7.1% अधिक था।
राजस्थान में लागू हो रही रूफटॉप सोलर सिस्टम्स स्कीम
केंद्रिय बजट 2024-25 में सरकार की रूफटॉप सोलर सिस्टम्स स्कीम पर ज्यादा बल दिया जाएगा। इसी के चलते राजस्थान को अधिक से अधिक पैसा दिया जाएगा। इस स्कीम के तहत 40 गीगावॉट का लक्ष्य अब 2026 तक हासिल किया जाना है। 3 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल लगाने पर 40% सब्सिडी दी जा रही है। 10 किलोवाट के पैनल लगाने पर सरकार 20% सब्सिडी दे रही है। रूफटॉप सोलर योजना के तहत सब्सिडी 31 मार्च 2026 तक दी जाएगी।
राजस्थान बजट विश्लेषण 2023-24 के मुख्य अंश
- 2023-24 के लिए राजस्थान का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) (मौजूदा कीमतों पर) 15.7 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान था जिसमें 2022-23 की तुलना में 11.5% की वृद्धि थी।
- 2023-24 में व्यय (ऋण चुकौती को छोड़कर) 2,97,091 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2022-23 के संशोधित अनुमानों से 7.1% अधिक है। इसके अलावा राज्य द्वारा 93,766 करोड़ रुपए का कर्ज चुकाने का अनुमान था।
- 2023-24 के लिए प्राप्तियां (उधारियों को छोड़कर) 2,34,319 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जिसमें 2022-23 के संशोधित अनुमानों की तुलना में 8.4% की वृद्धि है। 2022-23 में बजट अनुमानों की तुलना में प्राप्तियों (उधारियों को छोड़कर) में मामूली 0.4% की वृद्धि का अनुमान जताया गया था।
- 2023-24 में राजस्व घाटा जीएसडीपी का 1.6% (24,896 करोड़ रुपए) होने का अनुमान था जो 2022-23 के संशोधित अनुमान (जीएसडीपी का 2.3%) से कम था। 2022-23 में राजस्व घाटा 2.3% रहने की उम्मीद थी जो बजट अनुमान (जीएसडीपी का 1.8%) से अधिक थी।
- 2023-24 के लिए राजकोषीय घाटा जीएसडीपी के 4.0% (62,772 करोड़ रुपए) पर लक्षित था। 2022-23 में संशोधित अनुमानों के अनुसार, राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 4.3% रहने की उम्मीद है जो बजट अनुमान (4.4%) से थोड़ा कम था।