राजस्थान में भजनलाल सरकार के लिए इन दिनों (Bhajan Lal Sarkar vs kushwaha samaj) आरक्षण की मांग बड़ी समस्या बनी हुई है। धौलपुर में जाट आंदोनल के बाद अब कुशवाहा समाज ने आरक्षण समेत अन्य मांगो को लेकर सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है।संघर्ष समिति के पदाधिकारियों को सात फरवरी को दस दिन में सरकार से वार्ता कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन समय निकल गया और सरकार की और से वार्ता के लिए कोई भी बुलावा नहीं आया। इसके बाद पदाधिकारियों ने कहा सरकार 25 फरवरी तक कोई फैसला नहीं लेती हैं तो आंदोलन किया जाएगा।
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बारह सूत्रीय मांगो को लेकर आंदोलन शुरू किया गया
बारह सूत्रीय मांगो को लेकर 7 फरवरी को भरतपुर प्रशासन को ज्ञापन दिया गया था। (Bhajan Lal Sarkar vs kushwaha samaj) प्रशासन ने दस दिन में सरकार से वार्ता कराने का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से वार्ता के लिए कोई संदेश नहीं आया है। आश्वासन के कुछ दिन शेष रह गए है और कोई भी बुलावा नहीं आया है। सरकार कुशवाहा समाज के लोगों से बैठ कर बात करें। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर 25 फरवरी तक का समय दिया गया और यदि इस बीच कोई सकारात्मक वार्ता नहीं होती होती है तो आंदोलन बड़े स्तर पर किया जाएगा।
25 फरवरी तक का अल्टीमेटम
आरक्षण संघर्ष समिति के अधिकारियों ने भजन लाल सरकार को 25 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद एक महासभा कर आंदोलन की घोषणा की जायेगी और (Bhajan Lal Sarkar vs kushwaha samaj) सरकार हमारी मांगों को समय के रहते जल्द पूरा करें तो अच्छा होगा।
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रोड और रेल रोको आंदोलन
सरकार और आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के साथ सकारात्मक वार्ता नहीं होती है तो कुशवाहा समाज द्वारा आंदोलन की घोषणा कर दी जायेगी। भजनलाल सरकार इसकी जिम्मेदार होगी। (Bhajan Lal Sarkar vs kushwaha samaj) आंदोलन गांधीवादी तरीके से किया जायेगा और समाधान नहीं निकला तो रोड और रेल रोको आंदोलन भी किया जा सकता है।